क्षुद्र राजनैतिक स्वार्थ के चलते भाजपा वर्मी कंपोस्ट का कर रही है विरोध – सुशील आनंद शुक्ला

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मोदी वोकल फॉर लोकल का नारा देते है, भाजपाई लोकल वर्मी कंपोस्ट का विरोध कर रहे हैं

भ्रम फैलाना दुष्प्रचार करना भाजपा का मूल चरित्र

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

क्षुद्र राजनैतिक स्वार्थ के चलते भाजपा वर्मी कंपोस्ट का विरोध कर रही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा वर्मी कंपोस्ट के खिलाफ दुष्प्रचार कर भ्रम फैला रही है ताकि किसान इसका उपयोग ही शुरू नहीं करें। वर्मी कंपोस्ट राज्य के किसानों का अपना उत्पाद है। वर्मी कंपोस्ट खाद का विरोध कर भाजपा छत्तीसगढ़ के स्थानीय स्वसहायता समूह के द्वारा तैयार किये गये उत्पाद का विरोध कर रही है, एक तरफ तो केन्द्र सरकार राज्य को उसकी किसानों की जरूरत के अनुसार मांगे गये रासायनिक खादों को उपलब्ध नही करवा पा रही है। दूसरी ओर किसानों के पास रासायनिक खादों का बेहतर विकल्प वर्मी कंपोस्ट है, जिससे किसानों की रसायनिक खादों पर निर्भरता खत्म होने के साथ उनके उपज की गुणवत्ता भी बढ़ेगी तब भाजपा अपने राजनैतिक स्वार्थ के कारण वर्मी कंपोस्ट के खिलाफ भ्रम फैला कर इसके उपयोग के विरोध में माहौल पैदा कर रही है। वर्मी कंपोस्ट में मिलावट के आरोप भाजपा के मानसिक दिवालियेपन को दर्शाता है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा जैविक खाद का विरोध करके खुद अपने नेता प्रधानमंत्री के नारे वोकल फॉर लोकल के नारे का विरोध कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी लोकल उत्पादों को बढ़ावा देने की बात करते है। छत्तीसगढ़ में उनके दल के नेता छत्तीसगढ़ के स्थानीय स्तर पर उत्पादित किये गये वर्मी कंपोस्ट का विरोध कर रहे है। भाजपा का वर्मी कंपोस्ट का विरोध रासायनिक खादों के उत्पादों के एजेंट के जैसा आचरण है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि वर्मी कंपोस्ट लेने की अनिवार्यता के आदेश नहीं है, बल्कि प्रदेश भर में वर्मी कंपोस्ट के उपयोग के लिये किसानों को प्रोत्साहित करने की योजना पर काम किया जा रहा है, ताकि राज्य के किसानों की उर्वरकों पर निर्भरता कम हो सके। किसान जब उपयोग करेंगे तभी जैविक खाद के फायदे को महसूस करेंगे। जिस प्रकार से लगातार रासायनिक उर्वरकों की कमी हो रही है, आने वाले दिनों में यही जैविक खाद किसानों का बड़ा सहारा बनेगी। साथ ही जैविक खाद का उपयोग होने पर छत्तीसगढ़ जैविक वृद्धि की ओर बढ़ेगा जिसके दूरगामी परिणाम सामने आयेंगे। किसान समृद्ध होंगे तथा राज्य के नागरिक स्वस्थ।

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