शिक्षक ही बदल सकते हैं समाज की तस्वीर, नव ऊर्जा और संकल्प से मिलेगी शिक्षा को नई दिशा- यू.डी.मिंज

June 17, 2022 Off By Samdarshi News

संसदीय सचिव यू.डी.मिंज ने शाला प्रवेश उत्सव में नव प्रवेशित बच्चों को तिलक एवं पुष्पमाला पहनाकर किया अभिनंदन

नव प्रवेशित बच्चों में निःशुल्क गणवेश एवं पाठ्य सामग्री का हुआ वितरण

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुरनगर/कुनकुरी

संसदीय सचिव एवं विधायक कुनकुरी यू.डी.मिंज शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुनकुरी में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष अजेम टोप्पो- नगर पंचायत अध्यक्ष, नगर पंचायत उपाध्यक्ष- जगदीश आपट, ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस- एस इलियास, बीईओ- एस.आर.साव, बीआरसीसी बिपिन अम्बष्ठ, प्राचार्य एवं विद्यालय के स्टॉफ और छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे.

कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों द्वारा केंद्र में नव प्रवेशित बच्चों को तिलक लगाने के साथ, पुष्पमाला पहनाकर एवं मिठाई खिलाकर उनका अभिनंदन किया, साथ ही उन्हें निःशुल्क गणवेश एवं पाठ्य सामग्री प्रदान किया गया। नव प्रवेशित बच्चों एवं उनके पालकों से चर्चा कर उन्हें शिक्षा का लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया।

संसदीय सचिव यू.डी. मिंज ने सभी बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि दो वर्ष से कोरोना का संकट एवं लॉकडाउन की विषम परिस्थिति के बाद आज शाला का नियमित रूप से संचालन प्रारम्भ हो रहा है। उन्होंने कहा कि विगत दो सालों से अनियमित शाला के संचालन से बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता में गिरावट आई है। जिसे इस नए सत्र में दूर कर विद्यार्थियों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराया जाएगा। बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय आने एवं अच्छे से पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रारम्भ होने से बच्चों एवं पालकों में उत्साह देखने को मिल रहा है। सभी बच्चों को बधाई देते हुए नियमित विद्यालय आने एवं शिक्षा का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सभी पालक अपने बच्चों के विद्यालय आने एवं उनकी पढ़ाई पर गंभीरता से ध्यान दे। उन्होंने कहा कि शिक्षा सत्र में शिक्षा के स्तर को सुधारने, एवं विगत वर्षों में बच्चों के अध्ययन में हुए नुकसान की भरपाई करने का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा। शिक्षक नए ऊर्जा एवं संकल्प के साथ शिक्षण कार्य करेंगे। उन्होने कहा कि स्कूलों में बच्चों को कक्षा के अतिरिक्त अन्य विकल्पों के माध्यम से सीखने की उचित व्यवस्था की जाएगी। जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बनी रहे।