स्व-रोजगार के लिए प्राथमिकता से ऋण स्वीकृत करने के सभी बैंकर्स को जशपुर कलेक्टर ने दिए निर्देश

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जिला स्तरीय परामर्श दात्री समिति की बैठक सम्पन्न

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर/कलेक्टर जशपुर महादेव कावरे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सभी बैंकर्स की जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की त्रैमासिक बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने सभी बैंकर्स को ऋण जमा अनुपात 60 प्रतिशत् से अधिक लाने एवं शासकीय ऋण योजनाओं के अन्तर्गत अधिक से अधिक ऋण स्वीकृति एवं वितरित करने के निर्देश दिए है। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत के एस मंडावी, नाबार्ड के तपन सेठी, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान जशपुर के संचालक जॉर्ज विलियम तिर्की, लीड बैंक अधिकारी पेत्रुस ओड़ेया सहित सभी बैंकों के शाखा प्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, अन्त्यावसायी विभाग, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, खादी ग्रामोद्योग विभाग, मत्स्यपालन विभाग, पशुपालन विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

कलेक्टर ने कहा कि शासन की योजना के अन्तर्गत पात्र हितग्राहियों को स्व-रोजगार के लिए प्राथमिकता से ऋण स्वीकृत करें। जिनका बैंकों को ऋण स्वीकृत करने के लिए प्रकरण दिया गया है उनका भी शीघ्र स्वीकृत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लोन के लिए आवेदन आए है और उसमें किसी भी प्रकार के कागजात की कमी है तो संबंधित विभाग को वापस करके कागजात की पूर्ति अनिवार्य रूप से करा लें और पात्र हितग्राहियों को लोन की राशि स्वीकृत करें।

बैठक में कृषि उत्पादक संगठनों का गठन एवं प्रोत्साहन के संबंध में जानकारी दी गई। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय, कृषि सहकारिता कृषक कल्याण विभाग भारत सरकार द्वारा 10 हजार कृषक उत्पादक संगठनों के गठन एवं संवर्द्धन हेतु जारी संचालन 7 जुलाई 2020 द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों का गठन एवं प्रोत्साहन केन्द्रीय योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई। जिसके अनुसार वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक 5 वर्षो तक पूरे देश में कुल 10 हजार कृषक उत्पादक संगठन का एफ.पी.ओ. का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना का बेहतर क्रियान्वयन करने और निगरानी बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय स्तरीय, राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय समिति भी बनाई गई है। जिला स्तरीय समिति में कलेक्टर को अध्यक्ष, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य विभाग, सहकारिता विभाग, मुख्य जिला प्रबंधक, केवीके. आत्मा स्थानीय उत्पादक संस्थाओं के विशेषज्ञ, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड को सदस्य बनाया गया है।

कलेक्टर ने बैंकर्स को ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को आजीविका से जोड़ने के लिए मुर्गी पालन, बकरी पालन, छोटे-छोटे कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिए भी लोन की राशि की स्वीकृति देने के लिए कहा गया है। कलेक्टर ने कोविड 19 से बचाव एवं सुरक्षा हेतु बैंक शाखाओं में सामाजिक दूरी बनाए रखने तथा महिला स्व सहायता समूह द्वारा निर्मित मधुकम सेनीटाईजर का उपयोग करने की भी सलाह दी।

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