बस्तरिया कला, संस्कृति के संरक्षण का केंद्र बादल एकेडमी बनेगा पर्यटन हब : कलेक्टर चंदन कुमार

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जगदलपुर

बस्तरिया कला, संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए आसना में स्थापित बादल एकेडमी पर्यटन हब बनेगा। आज बस्तर एकेडमी ऑफ डान्स आर्ट एंड लिटरेचर बादल में श्री चंदन कुमार कलेक्टर की अध्यक्षता एवं श्री रोहित व्यास मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तथा समस्त समाज प्रमुख और बादल स्टाफ की उपस्थिति में  बैठक आयोजित की गई।

बैठक के आरंभ में पारंम्परिक विधि से समाज प्रमुखों एवं बादल स्टाफ द्वारा कलेक्टर का स्वागत किया गया।  बदल की सहायक प्रभारी श्रीमती पूर्णिमा सरोज द्वारा बादल के उद्वेश्यों एवं समाज प्रमुखों की बादल में भूमिका की जानकारी दी गई।

इस अवसर पर  कलेक्टर ने कहा जनजातीय समाज में शादी के प्रकारों का अभिलेखीकरण किया जाना है। उन्होने कहा बादल को एकेडमी के साथ-साथ पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। बस्तर दशहरा की रस्मों का फिल्मांकन एवं दशहरा में उपयोग किए गए रथ को बादल में रखकर प्रदर्शन करने की बात कही । इसके पश्चात बस्तर व्यंजन और शिल्पकला को आगे बढाने और बस्तरिया पेय पदार्थ के माध्यम से पर्यटकों को आकर्षित करने की बात कही। इसके पश्चात समाज प्रमुखों से सुझाव आमंत्रित किए गए। समाज प्रमुखों द्वारा बस्तरिया खिलौने को विकसित करने एवं बादल की गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु महिला समिति का गठन करने जैसे विषयों पर चर्चा हुई।

इस बैठक में संयुक्त कलेक्टर श्री हितेश बघेल, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्री विवेक दलेला तथा जनजातीय समाज से गंगाराम कश्यप, जितेंद्र शार्दुल, लैखन बघेल, बाबूलाल मुंडा, सामूराम मौर्य, हिरमो वट्टी आदि उपस्थित थे।

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