केंद्र सरकार पर कांग्रेस ने साधा निशाना : सुरसा के मुंह की तरह लगातार बढ़ती ही जा रही है महंगाई – वंदना राजपूत

केंद्र सरकार पर कांग्रेस ने साधा निशाना : सुरसा के मुंह की तरह लगातार बढ़ती ही जा रही है महंगाई – वंदना राजपूत

July 7, 2022 Off By Samdarshi News

गैस सिलेंडर महंगा महिलाएं लकड़ी के चूल्हे में खाना बनाने को मजबूर, मोदी के गलत नीति के कारण रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 50 रुपए और बढ़ गये

रसोई गैस के रिफिंलिग करवाने के लिये अब 1134 रूपये देना पड़ेगा

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रसोई गैस सिलेंडर के बढ़ती दाम को लेकर प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने केंद्र सरकार को जम कर कोसा और कहा कि महंगाई जो है सुरसा की मुंह की तरह जो है लगातार बढ़ती ही जा रही है.महंगाई की आग में पहले से जल रहे आम आदमी को अब रसोई गैस सिलेंडर की तपिश और भी अधिक  झेलनी पड़ेगी। केंद्र सरकार के द्वारा 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में फिर से 50 रुपये का इजाफा कर दिया है.अब गैस सिलेंडर रिफिंलिग करवाने के लिए 1134 रुपए देने होगें. महंगाई कम करने के दावे करने वाले मोदी ने तो आज लोगों का दो वक्त की रोटी को भी छिन्न रहा है. लगातार बढ़ती गैस सिलेंडर के दाम के कारण उज्ज्वला योजना के 95 प्रतिशत लाभार्थी गैस रिफिंलिग नही करवा पा रहे है .लकड़ी के चूल्हे में खाना बनाने को मजबूर है महिलाएं घर के बजट बिगड़ गया है, महिलाएं बहुत ही परेशान है.बढ़ती महंगाई के कारण घर का बजट बिगड़ गया है।

प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि रसोई गैस सिलेंडर महंगा, पेट्रोल, डीजल महंगा, खाद्य पदार्थ महंगा, स्टेशनरी के समान महंगा रोजमर्रा के हर एक आवश्यक वस्तु महंगा। मध्यम वर्ग और गरीब तबके के लोगों का जीना नही जीना एक समान हो गया है। लगातार बढ़ती महंगाई को अनदेखा कर रहे है भाजपा नेता। अब गैस सिलेंडर को सर पर लेकर सड़कों पर आंदोलन  क्यों नही कर रहे है जब यूपीए सरकार में गैस सिलेंडर का मूल्य 410 रुपए होने पर स्मृति ईरानी सिलेंडर को लेकर हल्का मचाते थे और वही सिलेंडर के मूल्य 1134 रूपये होने पर स्मृति ईरानी को कोई फर्क नही पड़ रहा है क्यों। यूपीए सरकार में महंगाई को लेकर मोदी से लेकर रमन सिंह, सरोज पांडे, रेणुका सिंग बड़े बड़े  बात करते थे अब बेलगाम महंगाई पर बोलती बंद पड़ गई.केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए वंदना राजपूत ने कहा कि महंगाई कम करने की बात तो छोड़ ही दो जो महंगाई बढ़ रही है उसे रोकने के लिये केंद्र सरकार ने कोई एक भी सार्थक प्रयास नहीं किये. केवल अच्छे दिन की वादे करते रहे। 15 लाख देने का वादा किया था 15 लाख आना तो दूर हालत ये हो रही है, जो जमा पूंजी होती थी, अब जीने के लिए वो भी खर्च हो रही है। केंद्र सरकार का महंगाई में कोई नियंत्रण नही पूरी तरह से फेलवर सरकार साबित हो रही है।