पी.डी.एस. दुकान से चावल, शक्कर एवं नमक की हेरा-फेरी करने वाले 05 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, पी.डी.एस. राशन परिवहन में प्रयुक्त ट्रैक्टर भी किया जप्त,
July 13, 2022ग्राम पंचायत फुलझर थाना सन्ना क्षेत्र की घटना,
थाना सन्ना में आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 68/2022 धारा 3, 7 ई.सी. एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्ध
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
मामले का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 23.06.2022 को ग्राम फूलझर में अनुविभागीय अधिकारी बगीचा द्वारा पी.डी.एस. चावल की हेरा-फेरी कर ट्रैक्टर से परिवहन किये जाने की सूचना देने पर मौके पर जाकर पाया गया कि सोल्ड ट्रैक्टर वाहन मालिक राजू एक्का के साथ वाहन चालक पारसनाथ राम के साथ राशन दुकान का कर्मचारी लोकनाथ राम को 13 प्लास्टिक बोरा में चावल कुल 684 किलोग्राम तथा 08 अन्य बोरी में कुल 400 किलोग्राम व एक बोरा में 50 किलो नमक कुल कीमती रू. 42670 रू. मिला। ट्रैक्टर वाहन मालिक राजू एक्का के द्वारा 03 क्विंटल 71 किलोग्राम चावल को शासकीय प्राथमिक शाला गुरगुरी में आबंटन चावल होना बताया गया है, स्कूल में शिक्षिका राजू एक्का की पत्नी है, स्कूल का चावल ले जाना बताया गया है, शेष ट्रैक्टर वाहन में लोड चावल सरपंच एवं राशन दुकान कर्मचारी लोकनाथ राम के द्वारा साफ-सफाई हेतु सरंपच देवंती भगत द्वारा अपने हॉलर मिल ग्राम गुरगुरी में ले जाना बताया गया है। मौके पर उपस्थित ग्राम वासियों एवं वार्ड पंचों के द्वारा राशन दुकान संचालनकर्ता सरपंच देवंती भगत एवं सचिव उपनंद यादव द्वारा पी.डी.एस. खाद्य सामग्री की हेराफेरी करना पाये जाने पर प्रकरण में आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 68/2022 धारा 3, 7 ई.सी. एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना दौरान थाना सन्ना द्वारा कार्यवाही करते हुये प्रकरण के सभी आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया गया जो उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया गया। आरोपीगण 1-देवंती भगत उम्र 27 साल निवासी गुरगुरी, 2-उपनंद यादव उम्र 51 साल निवासी दीवान हर्राडीपा, 3-राजू एक्का उम्र 36 साल, 4-लोकनाथ भगत उम्र 27 साल, 5-पारसनाथ भगत उम्र 35 साल सभी निवासी गुरगुरी थाना सन्ना को दिनांक 12.07.2022 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
प्रकरण की विवेचना एवं आरोपीगणों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी सन्ना निरीक्षक भरतलाल साहू, स.उ.नि. कमल सिंह राठिया, आर.क्र. 574 सुरेश राम एवं अन्य कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।