बम-बम बोल रहा है काशी! विश्वनाथ धाम में टूटे सारे रिकॉर्ड, सावन के 15 दिनों में भक्तों ने रचा इतिहास, सावन में बाबा का जलिभिषेक करने को उमड़ रहे भोले के भक्त

July 30, 2022 Off By Samdarshi News

काशी के इतिहास में पहली बार इस सावन में बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. पहली बार ऐसा हुआ है कि सावन माह के 15 दिनों में 40 लाख से ऊपर श्रद्धालुओं ने बनारस में बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाया है.

समदर्शी न्यूज़ डेस्क

वाराणसी …… उत्तर प्रदेश

सावन के पावन महीने में बाबा की नगरी काशी बम-बम बोल रही है. सावन के पहले दिन से ही लाखों की संख्या में भोले के भक्त काशी पहुंच कर बाबा का जलाभिषेक कर रहे हैं. सावन महीने के शुरुआती 15 दिनों के जो आंकड़े सामने आए हैं, वो बनारस में चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि सावन के महज 15 दिनों में ही 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर लिया है. इतना ही नहीं, सावन के सोमवार ने तो भक्तों के मामले में पूरे रिकार्ड तोड़ दिए हैं.

दरअसल, काशी के इतिहास में पहली बार इस सावन में बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. पहली बार ऐसा हुआ है कि सावन माह के 15 दिनों में 40 लाख से ऊपर श्रद्धालुओं ने बनारस में बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाया है. बड़ी बात यह है बीते दो सोमवार के आंकड़े ने पूरे बनारस को चौंका दिया है, क्योंकि बीते सोमवार के आंकड़े ने लाख, दो लाख नहीं बल्कि बारह लाख भक्तों के आंकड़े को छू लिया. वहीं, सावन के सामान्य दिनों में लगभग दो लाख श्रद्धालुओं ने प्रत्येक दिन बाबा का जलाभिषेक किया है.

विश्वनाथ धाम में टूट गए सारे रिकार्ड,

सावन के 15 दिनों में भक्तों के आंकड़ों ने चौंकाया

मंदिर प्रशासन ने बताया कि विश्वनाथ धाम में कोविड के बाद पहली बार सावन के दर्शन हो रहे हैं. हमें पहले से अंदाजा था कि इस बार सावन में लाखों श्रद्धालु काशी बाबा का जलाभिषेक करने आएंगे. इसके लिए हमने सारे इंतजाम कर रखे थे. श्रद्धालुओं को अच्छे से दर्शन कराने को अलग-अलग मार्ग श्रद्धालुओं के लिए बनाने का इंतजाम किया था. इतना ही नहीं, धूप से बचने के लिए उनके लिए टेंट लगाया गया, सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई, जिसके कारण यह आंकड़ा लगातार बढ़ता गया. वहीं, भक्तों के इन आंकड़ों से सबसे ज्यादा फायदा स्थानीय व्यापारियों को हो रहा है, जिनका पिछले 2 सालों का घाटा लगभग पूरा हो गया है. बाजार पूरी तरह से गुलजार हैं, रेस्टोरेंट्स-बाजार और साड़ी के कारोबार को खासा लाभ मिल रहा है.