धोखाधड़ी करने वाले फरार आरोपी को गिरफ्तार करने में चौकी नैला पुलिस को मिली सफलता, आरोपी को भेजा गया न्यायिक रिमाण्ड में

धोखाधड़ी करने वाले फरार आरोपी को गिरफ्तार करने में चौकी नैला पुलिस को मिली सफलता, आरोपी को भेजा गया न्यायिक रिमाण्ड में

August 4, 2022 Off By Samdarshi News

सीएमएस कंपनी के कस्टोडियन कर्मचारी द्वारा 32,81,600/- रुपये का किया गया था गबन

प्रकरण में सम्मिलित एक आरोपी को पूर्व में थाना चांपा के प्रकरण में भेजा जा चुका है जेल

आरोपी के विरूद्ध चौकी नैला थाना जांजगीर में अपराध क्रमांक 407/2021 धारा 420,409 भादवि पंजीबद्ध

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जांजगीर-चांपा

प्रार्थी मुकेश गिरी गोस्वामी सीएमएस कंपनी द्वारा दिनांक 03 सितंबर 21 को चौकी नैला में रिपोर्ट दर्ज कराया कि सीएमएस इंफोसिस्टम लिमिटेड कंपनी में कस्टोडियन का काम करने वाले रंजीत कुमार साहू द्वारा 32 लाख इक्यासी हजार छ: सौ रूपये को कंपनी के बैंक खाते में जमा न कर धोखाधड़ी किया है, जिस पर आरोपी के विरूद्ध चौकी नैला में अपराध क्रमांक  407/2021 धारा 420, 409 भादवि. पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

आरोपी घटना दिनांक से फरार था जिसकी लगातार पतासाजी की जा रही थी। आरोपी के उसके घर में आने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल चौकी पुलिस टीम द्वारा आरोपी के घर दबिश देकर रेड कार्यवाही किया गया जहॉ आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा बताया गया कि वह ग्राम बोड़सरा, अर्जुनी, कोटमीसोनार, नरियरा, खिसोरा, बलौदा में स्थित शासकीय देशी व अंग्रेजी शराब दुकानों में दिनांक 08 अप्रैल 2021 से 14 अप्रैल 2021 तक बिक्री की राशि लगभग 1,03,00,000/-रुपये (एक करोड़ तीन लाख रुपये) संग्रहित राशि को कोरोना लॉकडाउन के कारण बैंक में जमा नहीं कर पाया था। उक्त राशि में से 32,81,600/- रुपये को अपने साथी विश्वनाथ यादव निवासी बोड़सरा के साथ मिलकर सीएमएस कंपनी से धोखाधड़ी करते हुये गबन कर अपने हिस्से की लगभग 16 लाख रुपये को घर मरम्मत कार्य, भाई की शादी एवं पोल्ट्री फार्म व हैदराबाद में साल भर रहकर निजी खर्च कर देना एवं शेष रकम 70 लाख रूपये को कंपनी के बैंक खाते में जमा करना बताया गया है।

आरोपी रंजीत कुमार साहू उम्र 33 वर्ष निवासी बोड़सरा को दिनांक 04 अगस्त 22 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक रीना नीलम कुजूर, हायक निरीक्षक रामखिलावन साहू,, आरक्षक डमरु सिंह सिदार एवं आरक्षक महेश राठौर का महत्वपूर्ण योगदान रहा।