बीट क्वाईन खरीदने के नाम पर तीन वर्ष के अंदर छः लाख रूपये में 6 से 7 करोड़ रूपये मिलने का लालच देकर पैसे ठगी करने वाले छः आरोपियों को पुलिस द्वारा किया गया गिरफ्तार, भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में, जाने कहाँ का है पूरा मामला….!

बीट क्वाईन खरीदने के नाम पर तीन वर्ष के अंदर छः लाख रूपये में 6 से 7 करोड़ रूपये मिलने का लालच देकर पैसे ठगी करने वाले छः आरोपियों को पुलिस द्वारा किया गया गिरफ्तार, भेजा गया न्यायिक अभिरक्षा में, जाने कहाँ का है पूरा मामला….!

August 6, 2022 Off By Samdarshi News

आरोपियों के विरूद्ध थाना नवागढ़ में अपराध क्रमांक 218/22 धारा 420, 147, 294, 506, 323, 120बी  भादवि पंजीबद्ध

समदर्शी न्यूज ब्यूरो. जांजगीर-चांपा

प्रार्थी मनोज कुमार आरले निवासी कुटरा द्वारा दिनांक 04 अगस्त 22 को थाना नवागढ़ में रिपोर्ट दर्ज कराया गया था कि ग्राम पोड़ी राछा के श्रीकांत आशिकर, चंद्रकांत आशिकर, रंजित माथुर, गनपत साहू एवं अन्य व्यक्तियों द्वारा बीट क्वाईन खरीदने के नाम पर तीन साल के भीतर 6 से 7 करोड़ रूपये मिलेगा बोलते हुए 6 लाख रूपये की ठगी करना एवं प्रार्थी के मोबाईल नंबर को छेड़छाड़ कर यूपीसी कोड निकालकर गनपत साहू निवासी पोडी के नाम पर करा लेने तथा सभी आरोपी मिलकर पैसा वापस करने के बहाने राछा भाठा स्थित एक्शन बुट हाउस में बुलाकर प्रार्थी एवं इसकी पत्नी को अश्लील गाली-गलौच कर हाथ मुक्का से मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने संबंधी रिपोर्ट दर्ज कराया गया।

प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 218/22 धारा 420, 147, 294, 506, 323, 120बी  भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान प्रार्थी एवं गवाहों से पूछताछ करने एवं मेमोरेण्डम कथन के आधार पर आरोपियों द्वारा प्रार्थी से 10,000/- रूपये की ठगी करना बताया गया।

प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आरोपी 01. श्रीकांत आशिकर उम्र 30 वर्ष  02. चंद्रकांत आशिकर उम्र 28 वर्ष 03 रंजीत माथुर उम्र 22 वर्ष 04 गनपत साहू उम्र वर्ष 05 पुरूषोत्तम दास वैष्णव उम्र 45 वर्ष एवं 06 लालचंद साहू उम्र 45 वर्ष सभी निवासी पोंडी को गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने पर आरोपियों को दिनांक 05 अगस्त 22 को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। आरोपियों को गिरफ्तार करने में निरीक्षक कमल किशोर महतो, उप निरीक्षक व्यास नारायण बनाफर, सहायक उप निरीक्षक सुरेन्द्र प्रसाद कश्यप, महिला प्रधान आरक्षक स्वाति गिरोलकर, आरक्षक टुकेश्वर, कुलदीप खुंटे एवं कैलाश यादव का सराहनीय योगदान रहा।