राष्ट्रीय राजमार्ग के 17.266 कि.मी. का सीमेन्ट कंक्रीट सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया: पत्थलगांव-कांसाबेल-कुनकुरी तक सड़क चौड़ीकरण का निर्माण कार्य स्वीकृत एवं निर्माणधीन
August 10, 2022समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग उपसंभाग जशपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार रा. रा. क्र. 43 कटनी-गुमला मार्ग के कि.मी. 469.300 से कि.मी. 531.775 तक लम्बाई 62.475 कि.मी. पत्थलगांव-कांसाबेल-कुनकुरी तक सड़क चौड़ीकरण का निर्माण कार्य एनएचडीपी iv योजना में स्वीकृत एवं निर्माणधीन है। निर्माण कार्य हेतु मेसर्स जी.बी.आर. इन्फा लिमिटेड चेन्नई को एजेंसी अनुबंधित किया गया है। निर्माण कार्य प्रारम्भ होने के पश्चात् जनवरी 2018 में अनुबंधित एजेन्सी का प्रकरण NCLT द्वारा निर्माण कार्य बंद रखा गया। पुनः निर्माण कार्य करने हेतु अनुमोदित त्रिपक्षीय अनुबंध के तहत प्रथम सब कान्ट्रेक्टर को दिनांक 09 जुलाई 2019 से अनुबंधित कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया किन्तु निर्माण कार्य की प्रगति अत्यंत धीमी होने के कारण उक्त अनुबंध 19 जून 2022 से समाप्त किया गया।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पुनः निर्माण कार्य हेतु द्वितीय सब कान्ट्रेक्टर का त्रिपक्षीय अनुबंध कुल मार्ग के लम्बाई का 70 प्रतिशत भाग पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया, फलस्वरूप 43.85 कि.मी. में से 17.266 कि.मी. का सीमेन्ट कंक्रीट सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया।
उपरोक्तानुसार मूल अनुबंध, प्रथम एवं द्वितीय सबकान्ट्रेक्टर द्वारा उल्लेखित कारणों से निर्माण कार्य में अत्यधिक विलम्ब हुआ, तथा सड़क की स्थिति अत्यन्त खराब अवस्था में परिवर्तित हुयी, इस बाबत सड़क को आवागमन योग्य बनाये रखे जाने हेतु निविदा संबंधी औपचारिकताए पूर्ण कर वर्षा ऋतु में एवं पश्चात में सड़क मरम्मत, संधारण का कार्य किया जावेगा, इस मध्य विभाग द्वारा मरम्मत संधारण कार्य प्रगति पर है। तथा मार्ग की स्थिति जहां निर्माण कार्य अप्रारम्भ था उन भागो के सुधार कार्य, पुनः निर्माण कार्य करने हेतु, मुख्य अभियंता लो.नि.वि. राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र रायपुर एवं क्षेत्रीय अधिकारी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार, कैम्प पेंशनबाडा रायपुर द्वारा राज्य शासन तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार को 19 जुलाई 2022 से अवगत कराया गया है, ताकि पुनः निर्माण कार्य प्रारम्भ हो सके।