विधायक पत्थलगांव व कलेक्टर की उपस्थिति में जशपुर जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का हुआ आयोजनए समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को किया गया सम्मानित
September 5, 2022शिक्षको ने देश को अनेक महापुरुष दिए, जिन्होंने देश का नाम विश्व मे ऊँचा किया- विधायक रामपुकार
राष्ट्र के निर्माण में शिक्षक का योगदान महत्वपूर्ण – कलेक्टर अग्रवाल
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
शिक्षक दिवस के अवसर पर विधायक पत्थलगांव एवं उपाध्यक्ष जनजातीय सलाहकार परिषद छत्तीसगढ़ शासन रामपुकार सिंह एवं कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल की उपस्थिति में आज जशपुर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय में जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य नवीना पैंकरा, पुलिस अधीक्षक श्री डी.रविशंकर, सीईओ जिला पंचायत श्री जितेंद्र यादव, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जे के प्रसाद, श्री सुरेश जैन, सूरज चौरसिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी कर्मचारी एवं शिक्षक उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा उपस्थित सभी लोगों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए उन्हें आगे भी बेहतर कार्य करने हेतु शुभकामनाएं दी।
मुख्य अतिथि रामपुकार सिंह द्वारा माता सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम के शुरूआत किया गया। राजगीत की प्रस्तुति के साथ ही शिक्षकों द्वारा अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत एवं संकल्प शिक्षण संस्थान की छात्राओं द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम में डीईओ श्री प्रसाद द्वारा देश के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉ श्री सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन वृतांत का संक्षिप्त परिचय दी गई। साथ ही जिले के शिक्षकों की शिक्षा के प्रति कर्तव्यनिष्ठा एवं उनकी उपलब्धियों की भी जानकारी दी गई।
विधायक रामपुकार सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते उपस्थित सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री सिंह ने कहा कि गुरु से बढ़कर कोई नही होता, उनका स्थान सबसे ऊपर है। शिक्षक का देश की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान होता है। शिक्षको ने देश को अनेक महापुरुष दिए है जिन्होंने देश का नाम विश्व में ऊंचा किया है। एक शिक्षक अपने जीवनपर्यंत समाज की सेवा करता है और हर स्थान में उन्हें सम्मान प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन का अभिन्न अंग है। शिक्षक बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ साथ उन्हें नैतिक शिक्षा, संस्कार, अनुशासन, अच्छे बुरे की समझ विकसित करता है। जिससे बच्चें आगे चलकर जिम्मेदार नागरिक बन सकें। उन्होंने कहा की शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को सम्मानित कर हम खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे है। आप सभी इसी प्रकार अपनी जिम्मेदारियों का कुशलता पूर्वक निर्वहन करे,और शिक्षा के क्षेत्र में जिले के नाम देश में और ऊँचा करें।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने उपस्थित सभी लोगों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने डॉ राधाकृष्णन के जीवनी की कुछ संस्मरणों की चर्चा करते हुए उनके आदर्श जीवन मूल्यों को अनुसरण करने के लिए उपस्थित सभी लोगों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज का नेतृत्व करते है। और बच्चे उनका अनुशरण करते है। शिक्षक का कार्य बहुत ही जिम्मेदारीपूर्ण होता है। शिक्षक ही बच्चों में जीवन मूल्यों की समझ पैदा करते है, शिक्षा के साथ ही उन्हें नैतिक शिक्षा भी प्रदान करते है। जिससे उनके चरित्र का निर्माण होता है। शिक्षा से ही एक स्वस्थ समाज और देश का विकास होता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में शिक्षा का विस्तार हुआ है। स्कूली शिक्षा के बाद भविष्य निर्माण, कैरियर की चुनौती बच्चों के सामने होती है। जिसके लिए उनका उचित मार्गदर्शन आवश्यक है। शिक्षक ही बच्चों के भविष्य निर्माता होते है। इस हेतु आप सभी बच्चों को आने वाले कल के चुनौतियों के लिए तैयार करें। जिससे वे हर परिस्थिति का सामना निडर होकर कर सके साथ ही विषम परिस्थिति में भी उचित निर्णय ले सके।
एसपी श्री रविशंकर ने कहा कि शिक्षक का समाज निर्माण में विशेष जिम्मेदारी होती है। वे बच्चों में संस्कृति, सभ्यता का ज्ञान देकर उन्हें जीवन के संघर्षों के लिए तैयार करते है। बच्चों की प्रतिभा को पहचान कर उन्हें तराश कर सुयोग्य बनातें है।
सीईओ श्री यादव ने कहा कि शिक्षक बच्चों की ऊर्जा को सही दिशा प्रदान कर उन्हें सक्षम बनाते है। जिससे वे अपने पैरों पे खड़े हो सके। शिक्षक उनके सपनों की उड़ान को पर देकर उनके सपनों को साकार करते है।
इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। जिसके अंतर्गत जिले के पूर्व माध्यमिक शाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 3 शिक्षकों को ज्ञानदीप पुरस्कार के रूप में शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं 7 हजार का चेक प्रदान किया गया। इसी प्रकार प्राथमिक शाला में प्रदर्शन करने वाले 24 शिक्षकों को ज्ञान दूत पुरस्कार के रूप में शॉल, श्रीफल प्रशस्ति पत्र एवं 5 हजार का चेक प्रदान किया गया। साथ ही यशस्वी जशपुर प्रोग्राम के तहत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने एवं शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले 140 शिक्षकों को भी शॉल, श्रीफल व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।