ईब व्यपवर्तन योजना की दोनों ओर के नहर में पानी पूर्ण क्षमता से हो रहा प्रवाहित, नहरों को मजबूती प्रदान करने के लिए क्रांकीट कार्य मनरेगा के अंतर्गत किया गया है स्वीकृत

ईब व्यपवर्तन योजना की दोनों ओर के नहर में पानी पूर्ण क्षमता से हो रहा प्रवाहित, नहरों को मजबूती प्रदान करने के लिए क्रांकीट कार्य मनरेगा के अंतर्गत किया गया है स्वीकृत

September 5, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कुनकुरी विकासखण्ड में ईब व्यपवर्तन योजना में लाखों खर्च कर की मरम्मत फिर भी नहर में पानी नही के तारतम्य में मिली शिकायत के सम्बंध में जानकारी देते हुए  बताया कि  विगत 15 अगस्त 2022 को उक्त शिकायत का जांच हेतु  उपस्थिति में तमता जलाशय का निरीक्षण किया।

ईब व्यपवर्तन योजना का कार्यपालन अभियंता द्वारा उपअभियंता के साथ निरीक्षण किया गया। उक्त स्थिति में जिले में औसत वर्षा 70 प्रतिशत होने के कारण ईब व्यपवर्तन योजना के अपस्ट्रीम में हाईड्रो पावर योजना के लिये निर्मित बांध अपनी पूर्ण क्षमता के अनुसार शत प्रतिशत भरा पाया गया। बांध में पानी का भराव होने के कारण 24 मेगावाट बिजली का उत्पादन हाईड्रोपावर योजना से किया जा रहा। उन्होंने बताया कि ईब व्यपवर्तन योजना की दोनों ओर के  नहर में पानी पूर्ण क्षमता से प्रवाहित हो रहा है। नहरों से पानी मिलने तथा पिछले दिनों लगातार बारिश होने के कारण किसानों द्वारा लगभग 81 प्रतिशत क्षेत्रों में रोपाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

ईब व्यपवर्तन योजना की बांयी तट नहर की लम्बाई 9930 मीटर है जिससे खरीफ में 1330 हेक्टेयर  तथा रबि में 493 हेक्टेयरकी सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। इस नहर से सिंचाई सुविधा प्राप्त करने वाले ग्रामों में मुख्यतः चटकपुर बासनताला, जोरातराई, नवापारा बिपतपुर तथा केराडीह है। वर्तमान में  उक्त योजना से केराडीह तक पानी पहुंच रहा है। इसी प्रकार ईब व्यपवर्तन योजना की दांयी तट नहर की लम्बाई 10230 मीटर है जिससे खरीफ में 1134 हेक्टेयर तथा रबी में 361 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जाती है। इस नहर से सिंचाई सुविधा प्राप्त करने वाले ग्रामों मुख्यतः बेने, दाराखरीका, हस्तिनापुर, चराईमारा, चिटकोनी, नारायणपुर तथा रानीकोम्बों पंचायत हैं।

उन्होंने बताया की नहरों की मजबूती प्रदान करने के लिए क्रांकीट कार्य मनरेगा के अंतर्गत स्वीकृत किया गया  हैं। वर्तमान में औसत वर्षा 70 प्रतिशत तक होने के कारण बांध तथा ईब व्यपवर्तन योजना में लगातार पानी आ रहा है। जिस कारण नहरों के अंतिम छोर तक पानी सिंचाई हेतु प्राप्त हो रहा है।