सुसडेगा व्यपवर्तन योजना से क्षेत्र के लगभग 3500 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई हेतु उपलब्ध होगी पानी
बहनाटांगर, बटुराकछार, किलकिला सहित अन्य गांवों के किसान होंगे लाभान्वित
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
जिला प्रशासन द्वारा जिले में सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध कराकर किसानों को लाभ पहुँचाने हेतु सतत कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में जल संसाधन विभाग द्वारा फरसाबहार विकासखण्ड में सुसडेगा व्यपवर्तन योजना का निर्माण किया जा रहा है।
कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुसडेगा व्यपवर्तन योजना का निर्माण खलतकर कंस्ट्रक्शन इंफ्रा प्राईवेट लिमिटेड नागपुर द्वारा किया जा रहा है। यह योजना मांड नदी पर स्थित है। योजना का निर्माण कार्य वर्ष 2020-21 में स्वीकृत हुआ है एवं इसकी लागत राशि 2057.25 लाख है। उन्होंने बताया कि योजना अंतर्गत जल ग्रहण क्षेत्र 789.10 स्कवायर किलोमीटर और बराज की लम्बाई 120.20 मीटर है।
इस बराज में स्पीलवे 08 नग है। जिसकी साईज 8ग्4 मीटर है। इसी प्रकार 8ग्5.20 मीटर साइज की 04 नग अंडर स्लुस एवं 1.50ग्1.50 मीटर साइज की 02 नग नहर स्लुस है। वर्तमान में योजना का निर्माण कार्य प्रगति पर है। वर्षा ऋतु की समाप्ति के पश्चात कार्य शीघ्रता से किया जाएगा। सुसडेगा व्यपवर्तन योजना में बांयीतट मुख्य नहर की लंबाई 27.335 किलोमीटर है एवं शाखा नहर की संख्या 7 है। नहर के बाई तट से बहनाटांगर, बटुराकछार, किलकिला, नारायणपुर, पखनाकोट एंव करूमहुआ जैसे 06 गांव के किसान लाभान्वित होंगे। जिससे क्षेत्र के लगभग 1650 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई हेतु जल उपलब्ध होगी। इसी प्रकार योजना के दांयी तट मुख्य नहर की प्रस्तावित लंबाई 24.439 किलोमीटर है एवं शाखा नहर की संख्या 5 है। जिसका सिंचाई रकबा 1850 हेक्टेयर प्रस्तावित है। इस प्रकार व्यपवर्तन योजना के दोनों ओर के नहरों से लगभग 3500 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई हेतु जल उपलब्ध होगी।