कवर्धा भगवा पताका विवाद : विहिप ने जशपुर जिला मुख्यालय में आयोजित किया हिन्दू आक्रोश धरना प्रदर्शन

Advertisements
Advertisements

प्रदेश सरकार पर लगाया एक पक्षीय कार्यवाही का आरोप

प्रदर्शन में कम जुटी भीड़ को भी प्रशासन की रोकटोक का परिणाम बताया

समदर्शी न्यूज ब्यूरो,

जशपुर. कवर्धा जिले में घटी घटना के बाद उपजे सामप्रादायिक तनाव एवं प्रदेश सरकार के निर्देश पर पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही एकतरफा कार्यवाही के विरोध में पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों में विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा जन आक्रोश धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी श्रृंखला में जशपुर जिला मुख्यालय में भी जन आक्रोश धरना प्रदर्शन का आयोजन बस स्टैण्ड में किया गया। वक्ताओं के उद्बोधन के पश्चात् प्रदर्शकारी रैली के रूप में महाराजा चौक पहूंचे और प्रशासनिक अधिकारी को अपना ज्ञापन सौंपा।

कवर्धा घटना के विरोध में आयोजित इस आक्रोश प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संयोजक सुरेन्द्र बेसरा द्वारा आयोजन की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए घटना की सम्पूर्ण जानकारी दी गई। विजय आदित्य सिंह जूदेव ने हिन्दू समाज को एकजूट होकर इस प्रकार की घटनाओं का विरोध करने का संदेश दिया गया। कृष्ण कुमार राय ने अपने संबोधन में कहा कि कवर्धा से हिन्दूत्व को ललकारा जा रहा है। मुख्यमंत्री कोई कार्यवाही नही कर रहे है। वहां के कांग्रेस विधायक भी दबाव डालकर एक पक्षीय कार्यवाही करा रहे है।

वरिष्ठ समाजसेवी कालेश्वर सिंह ने अंचल में हिन्दूओं एवं आदिवासियों पर निरंतर हो रहे हमले और अत्याचार की घटनाओं का विस्तृत वर्णन करते हुए हिन्दूत्व पर उत्पन्न हो रहे खतरे से अवगत कराया और गौ हत्या पर रोक लगाकर गौ को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग की। घासी समाज के अध्यक्ष देवधन नायक ने भी अपने संबोधन में हिन्दूत्व की रक्षा के लिये समाज को एकजूट करने पर बल दिया। रायमुनी भगत ने भी हिन्दू आस्थाओं पर हो रहे कुठाराघात पर आक्रोश व्यक्त करते हुए समाज को अपनी बाजूओं की शक्ति बढ़ाने का संदेश दिया और धर्मांतरण में लगे तत्वों से सचेत रहकर अपनी संस्कृति के प्रचार का संदेश दिया। हिन्दू नेता मनेजर राम ने भी हिन्दू संस्कृति पर निरंतर हो रहे अत्याचार पर आक्रोश प्रकट किया।

विष्णुदेव साय ने भी अपने संबोधन में कवर्धा घटना से हिन्दू समाज के आंदोलित होने की जानकारी देते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को इस घटना के लिये जिम्मेदार बताया और हिन्दूओं के विरूद्ध एकतरफा कार्यवाही किये जाने का आरोप लगाया। श्रीमती गोमती साय ने आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जिस जिस भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है वहां हिन्दू समाज खतरे में है इसलिये हिन्दू समाज को जागृत होने का संदेश देते हुए कहा कि जशपुर कुमार दिलीप सिंह जूदेव की भूमि है यहां धर्मांतरण की गतिविधि नही चलने दी जायेगी।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रवीण डोलके ने आक्रोश प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि भगवा ध्वज हिन्दू समाज की अस्मिता की पहचान है और सनातन धर्म की विजय पताका है। सत्य सनातन धर्म को समाप्त करने के षडयंत्र निरंतर किये जा रहे है। समाज को संगठित करके समाज को क्षति पहूंचाने वाले तत्वों से लड़कर ही देश को बचाया जा सकता है। आने वाला समय और भी कठिन है आज ध्वज पर आंच आई है कल इससे भी बड़ी घटना हो सकती है। देश ही रक्षा करना हमारा दायित्व है और समाज संगठित होकर के ही हिन्दू विरोधी तत्वों पर आक्रमण कर विजय प्राप्त कर सकता है।

विश्व हिन्दू परिषद् के तत्वावधान में जिला स्तर पर हुए इस हिन्दू आक्रोश धरना प्रदर्शन में कम उपस्थिति को लेकर भी चर्चा व्याप्त रही। आयोजकों का आरोप था कि प्रशासन ने धरने में आने से लोगो को रोका और नगर में भी आम नागरिकों के आवागमन को बाधित किया गया जिसके कारण काफी संख्या में लोग प्रदर्शन स्थल पर नही पहूंच पाये।  

कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेन्द्र बेसरा के संयोजन में सहसंयोजक विजय आदित्य सिंह जूदेव, यशप्रताप सिंह जूदेव, विष्णुदेव साय, गोमती साय, कृष्ण कुमार राय, रायमुनी भगत, कालेश्वर सिंह, मनेजर राम, कार्यकारी जिलाध्यक्ष नटवर मुंदड़ा, प्रवीण डोलके, रामप्रताप सिंह, देवधन नायक, नितिन राय, उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राजकुमार सिंह द्वारा किया गया। विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकारी जिलाध्यक्ष नटवर मुंदड़ा ने भी अपने संबोधन में कवर्धा घटना की निदंा करते हुए प्रदर्शन में आये लोगो के प्रति आभार प्रकट कर कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!