ओड़िसा सीमा के लवाकेरा बेरियर में चेकिंग के दौरान 1 महिला सहित दो गांजा तस्कर पकड़ाये, कार जप्त, चालक फरार

October 19, 2021 Off By Samdarshi News

23 पैकेट में 23 किलो गांजा सहित तस्करी में प्रयुक्त कार जप्त

सागर जोशी, समदर्शी न्यूज ब्यूरो,

जशपुर/कुनकुरी. छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र में पुलिस द्वारा निरंतर कार्यवाही किये जाने के बाद भी मादक पदार्थ गांजा की तस्करी का सिलसिला थम नही रहा है। आये दिन आरोपी महंगी गाड़ियों के साथ मादक पदार्थ गांजा की तस्करी के आरोप में गांजा सहित पकड़े जा रहे है। आज भी ओड़िसा सीमा से लगे ग्राम लावाकेरा चेक पोस्ट बेरियर में तैनात पुलिस द्वारा ओड़िसा की ओर से आ रही हुंडाई आई 20 कार को रोककर तलाशी लेने पर कार से 23 पैकेट में 23 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा कीमत 2 लाख 30 हजार रूपया को जप्त कर तस्करी में संलिप्त 1 महिला सहित 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई है।

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज 19 अक्टूबर मंगलवार प्रातः में लवाकेरा चेक पोस्ट में तैनात पुलिस स्टॉफ द्वारा प्रत्येक वाहन को रोककर बारीकी से तलाशी के साथ जांच की जा रही थी, उसी दौरान लगभग 8ः30 बजे ओडिसा की ओर से आ रही सफेद कलर की हुंडई आई 20 कार क्रमांक सीजी 13 सी 8281 को रोककर बारीकी से तलाशी लेने पर कार में सवार 2 व्यक्ति से कार की डिक्की से प्लास्टिक की थैली में छिपाकर रखे मादक पदार्थ गांजा 23 पैकेट में कुल 23 किलोग्राम को पुलिस द्वारा जप्त कर तस्करी में संलिप्त आरोपीगण मनोज विश्वकर्मा एवं मेघा कश्यप को अभिरक्षा में लिया गया। तस्करी में संलिप्त कार का ड्राईवर फरार हो गया। पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपियों ने उक्त मादक पदार्थ गांजा को झारसुगुड़ा (ओडिसा) से क्रय कर छतरपुर (मध्य प्रदेश) ले जाना बताया। प्रकरण में गांजा तस्करी में प्रयुक्त कार को जप्त कर आरोपीगण मनोज विश्वकर्मा उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम पाय, थाना राजनगर जिला छतरपुर (म.प्र.) एवं मेघा कश्यप उम्र 34 वर्ष निवासी गोसलपुर थाना गोसलपुर जिला जबलपुर (म.प्र.) को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। थाना तपकरा में आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 103/2021 धारा 20 (बी) एन.डी.पी.एस. एक्ट के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया। 

प्रकरण में आरोपीगणों को गिरफ्तार करने एवं विवेचना में उप निरीक्षक एल.आर. चौहान, सहायक उप निरीक्षक रामजी साय पैंकरा, प्रधान आरक्षक पिछारू राम भगत, आरक्षक शैलेन्द्र मिंज, आरक्षक रिझन राम भगत, आरक्षक वेद सिंह की महत्वपूर्ण एवं सक्रिय भूमिका रही।