जशपुर कलेक्टर ने जशपुर जनपद के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर योजनाओं के क्रियान्वयन की ली जानकारी

जशपुर कलेक्टर ने जशपुर जनपद के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर योजनाओं के क्रियान्वयन की ली जानकारी

October 21, 2022 Off By Samdarshi News

वन धन विकास केंद्र, चाय प्रोसेसिंग, खाद्य प्रसंस्करण केंद्र सहित अन्य स्थानों में संचालित गतिविधियों का किया अवलोकन

उत्पादों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के दिए निर्देश

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने आज जशपुर जनपद के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। इस अवसर पर एसडीओ वन मंडल जशपुर श्री करन सिंह, एस.के. गुप्ता, युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन एवं  अन्य अधिकारीगण सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर डॉ मित्तल ने जशपुर जनपद के सारूडीह चाय बागान, पनचक्की स्थित वन धन विकास केंद्र, खाद्य प्रसंस्करण केंद्र, घुटरी में बनाए जा रहे चाय बागान, बालाछापर स्थित चाय प्रोसेसिंग यूनिट, बाधरकोना  स्थित आंगनबाड़ी केंद्र सहित अन्य स्थानों का निरीक्षण किया।

सारूडीह बागान को पर्यटन के क्षेत्र में और अधिक विकसित करने की कही बात

कलेक्टर ने  सारूडीह चाय बागान का अवलोकन करते हुए चाय प्रोसेसिंग की जानकारी ली। कलेक्टर ने सारूडीह बागान को पर्यटन के क्षेत्र में और अधिक विकसित करने हेतु विशेष प्रयास करने की बात कही। इस हेतु बागान में पर्यटकों की सुविधाओं के लिए टेंट सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा। जिससे यहां के  लोगों को अधिक से अधिक आय हो पाए।

वन धन विकास केंद्र का निरीक्षण कर उत्पाद निर्माण की पूरी प्रक्रिया की ली जानकारी

इसी प्रकार डॉ मित्तल ने पनचक्की में स्थित वन धन  विकास केंद्र का निरीक्षण करते हुए वहां की जाने वाली गतिविधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली।  कलेक्टर ने केंद्र में रखी पूरी मशीन की कार्यविधि को समझते हुए पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने उत्पादों की गुणवत्ता व शुद्धता को शत प्रतिशत बनाए रखने की बात कही। जिससे यहां के उत्पाद देश सहित पूरे विश्व में जिले का नाम रौशन करें। केंद्र में च्यवनप्राश, महुआ सेनेटाइजर, महुआ लड्डू सहित अन्य उत्पाद तैयार किए जाते है। जो कि वनोपज एवं  ग्रीन हर्ब्स से बनाई जाती है। साथ ही यहाँ के उत्पादों की मांग राज्य के बाहर भी है।

चाय प्रसंस्करण केंद्र का अवलोकन करते हुए चायपत्ती निर्माण की प्रक्रिया को समझा विस्तार से’

कलेक्टर डॉ मित्तल ने बालाछापर स्थित चाय प्रसंस्करण केंद्र का निरीक्षण करते हुए कार्यरत महिलाओं से उनके कार्याे एवं पत्तियों से ग्रीन टी तथा नार्मल चायपत्ती निर्माण की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। उन्होंने केंद्र के सभी मशीनों की क्रियाविधि को समझते हुए चाय पत्ती निर्माण की प्रक्रिया को जाना। उन्होंने  सभी कोअच्छे से कार्य करने एवं गुणवत्ता मेंटेन करने के लिए प्रोत्साहित किया।

घुटरी में विभाग द्वारा तैयार किए जा रहे चाय बागान का किया अवलोकन

कलेक्टर ने घुटरी में लगभग 12 एकड़ में वन विभाग द्वारा तैयार किए जा रहे चाय बागान का भी निरीक्षण किया। उन्होंने चाय की खेती में शामिल किसानों से चर्चा कर समस्याओं की जानकारी ली। कलेक्टर ने उक्त क्षेत्र में तार फेसिंग के माध्यम से घेराव कराने बिजली की व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करने हेतु कार्य योजना तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।

फूड प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग लैब का निरीक्षण कर महिलाओं द्वारा संचालित गतिविधियों की ली जानकारी, महिलाओं को अच्छे से कार्य करने के लिए किया प्रोत्साहित

कलेक्टर डॉ मित्तल द्वारा जशपुर के रणजीता स्टेडियम परिसर में स्थित फूड प्रोसेसिंग ए।उ पैकेजिंग लैब का अवलोकन किया गया। उन्होंने केंद्र में स्थित सभी उपकरणों एवं समूह की महिलाओं द्वारा की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी लेते हुए महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों के विक्रय के सम्बंध में भी चर्चा की। समूह की महिलाओं द्वारा केंद्र में विभिन्न खाद्य सामाग्री का निर्माण एवं पैकेजिंग किया जाता है। साथ ही विभिन्न उत्पादों के रॉ-मटेरियल को प्रसंस्कृत कर उन्हें विक्रय के लिए सी मार्ट में भेजा जा रहा है। जिसके अंतर्गत काजू, आचार, पापड़, हल्दी मसाला, जीराफूल, जवाफूल चावल, रागी, कोदो-कुटकी बिक्री करने के लिए पैंकिंग का कार्य किया जा रहा है। श्री मित्तल ने महिलाओं की कार्याे की सराहना करते हुए उन्हें अच्छे से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उत्पादों निर्माण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात कही।      

आंगनबाड़ी केंद्र में सभी बच्चों का ग्रोथ चार्ट तैयार करने के दिए निर्देश

इस दौरान कलेक्टर ने बाधरकोना स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करते हुए केन्द्र में बच्चों की उपस्थिति, गर्म भोजन पोषण आहार के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने केंद्र में नियमित रूप से बच्चों की उपस्थिति दर्ज कराने  एवं प्रत्येक बच्चे का पृथक पृथक  ग्रोथ चार्ट तैयार करने के निर्देश दिए।