चिकित्सा प्रयोगशालाओं के गुणवत्ता और विश्वसनीयता पर चार दिवसीय कार्यशाला

चिकित्सा प्रयोगशालाओं के गुणवत्ता और विश्वसनीयता पर चार दिवसीय कार्यशाला

November 2, 2022 Off By Samdarshi News

चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के पैथोलॉजी विभाग का आयोजन

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

पं.जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के पैथोलॉजी विभाग एवं नई दिल्ली स्थित मेडिकल एजुकेशन एंड लर्निंग प्वाइंट ( Medical Education & Learning Point ) संस्था द्वारा चार दिवसीय ऑनसाइट ( Onsite ) ट्रेनिंग प्रोग्राम इंटरनल ऑडिट एवं क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम ( IA & QMS  – 2022  ) का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला 02 से 05 नवम्बर 2022 तक सम्पन्न होगी। इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालय एवं निजी संस्थानों से लगभग 50 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। इस कार्यशाला में लेबोरेट्री को सुचारू रूप से चलाने, सही समय पर सही रिपोर्ट देने एवं किसी भी समस्या का समाधान करने पर विस्तार से चर्चा की जायेगी। इस कार्यशाला में चिकित्सा प्रयोगशालाओं की गुणवत्ता और विश्वसनियता बढ़ाने के लिये आवश्यक तकनीकी प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसमें प्रतिभागियों को पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री लेबोरेटरी के आंतरिक और बाह्य गुणवत्ता परीक्षणों की जानकारी और आई.एस.ओ. मापदंडों को पूर्ण करने के गुर बताये जायेंगे।

इस कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि  प्रभारी अधिष्ठाता  डाॅ. देवप्रिया लाकड़ा, डाॅ. नीरज जैन, कोर्स डायरेक्टर ( Course director ) डाॅ. रचना सिंह, प्रशिक्षक, डाॅ. अरविन्द नेरल, विभागाध्यक्ष और डाॅ. राबिया परवीन सिद्दीकी, प्राध्यापक पैथोलॉजी शामिल हुये। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत कर दीप प्रज्जवलन के साथ माँ सरस्वती की आराधना की गयी। कार्यक्रम में डाॅ. नीरज जैन द्वारा लैब कार्यों से जुड़े विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में लैब में किये जाने वाले टेस्ट ( tests) को सही तरीके से किये जाने की महत्ता बताई।

डाॅ. रचना सिंह, प्रशिक्षक ने अपने उद्बोधन में सभी प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया और प्रयोगशालाओं की कार्यप्रणाली को तकनीकी रूप से सही संचालित करने पर जोर दिया। प्रभारी अधिष्ठाता डाॅ. देवप्रिया लाकड़ा ने टेस्ट (tests) की सही समय पर सही रिपोर्ट की महत्ता पर प्रकाश डाला कि किस तरह लैब से दी जाने वाली रिपोर्ट मरीज को लाभ प्रदान कर सकती है। डाॅ. अरविन्द नेरल ने अपने उद्बोधन में सभी विशिष्ट अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया एवं बताया कि यह कार्यशाला न केवल चिकित्सकों अपितु टेक्नीशियन (technician) को भी लाभान्वित करेगी। इस कार्यशाला में प्रयोगशालाओं के कानूनी, नैतिक, मैनेजेरियल, उपकरणों के रखरखाव और उनके प्रमाणीकरण से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।डाॅ. राबिया परवीन सिद्दीकी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ. वर्षा पाण्डेय, सह प्राध्यापक पैथोलॉजी विभाग द्वारा किया गया।