आदिवासियों की आंख में धूल झोंकने से बाज आये कांग्रेस, आदिवासियों को रुलाने वाले उन्हें मनोरंजन का साधन न समझें – केदार कश्यप

आदिवासियों की आंख में धूल झोंकने से बाज आये कांग्रेस, आदिवासियों को रुलाने वाले उन्हें मनोरंजन का साधन न समझें – केदार कश्यप

November 4, 2022 Off By Samdarshi News

0 मोहन मरकाम का आचरण कुलद्रोही के समान

0 भूपेश बघेल से पूछें कि चार साल तक क्या करते रहे

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने भूपेश बघेल सरकार पर आदिवासियों की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा सरकार द्वारा  लागू किये 32 फीसदी आदिवासी आरक्षण सुनियोजित साजिश के तहत छिनवाकर इसमें अहम भूमिका निभाने वाले को उपकृत करने वाले, आदिवासियों को नृत्य के जरिये फुसला नहीं सकते। नृत्य तो आदिवासियों की जीवन शैली का अभिन्न अंग है। भाजपा चाहती है कि आदिवासी प्रसन्न होकर स्वाभाविक नृत्य करें। यह सरकार तो उन आदिवासियों का हक मारकर, उनका शोषण कर, उनके साथ विश्वासघात कर, उन्हें रुलाकर नृत्य के नाम पर तमाशा कर रही है। कांग्रेस की सरकार ने आदिवासी को कांग्रेसियों के मनोरंजन का साधन समझ रखा है।

प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम में इतना साहस नहीं है कि वे अपनी पार्टी की सरकार को आदिवासियों का हक मारने से रोक सकें। मरकाम आदिवासी हितों की बलि चढ़ाने वाली सरकार के समर्थन में चाबी वाले गुड्डे की तरह चलकर कुलद्रोही जैसा आचरण कर रहे हैं। राजनीतिक लालसा में वे आदिवासी समाज के हितों की हत्या को पुण्य समझ रहे हैं तो आदिवासी समाज उन्हें और कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा।

प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस भ्रम फैला रही है। जबकि उसे यह बताना चाहिए कि उसने चार साल में आदिवासी समाज के हितरक्षण के लिए क्यों कोई उपाय नहीं किया। भाजपा ने आदिवासी आरक्षण बढ़ाया और जब तक सत्ता में काबिज रही, तब तक आदिवासी हितों पर आंच नहीं आने दी लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद अपना असल चरित्र दिखा दिया।