मां की लापरवाही से गुम हुई चार वर्षीय नाबालिग बच्ची को चंद घंटों में बरामद कर रामपुर पुलिस ने वापस सौंपा परिजनों को

मां की लापरवाही से गुम हुई चार वर्षीय नाबालिग बच्ची को चंद घंटों में बरामद कर रामपुर पुलिस ने वापस सौंपा परिजनों को

November 6, 2022 Off By Samdarshi News

मां की लापरवाही से गुम हुई थी नाबालिग, रामपुर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से किया बरामद

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, कोरबा

पुलिस अधीक्षक कोरबा संतोष सिंह द्वारा नाबालिक बच्चों एवं महिलाओं से संबंधित मामलों में गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश सभी थाना चौकी प्रभारियों को दिया गया है। आज दिनांक 06 नवंबर 2022 को प्रातः 6:00 बजे चौकी प्रभारी रामपुर उपनिरीक्षक कृष्णा साहू को सूचना मिली थी कि एक महिला जो इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सालय कोरबा के पास रहकर कबाड़ बीनने का काम करती है, कल रात्रि में अपने 4 वर्षीय बालिका के साथ नशे की हालत में निहारिका ए टू जेड महासेल के पास सो गई थी, सुबह करीब 5:00 बजे उठी तो उसकी बच्ची उसके पास नहीं थी।

बच्ची के अपहरण होने या अनहोनी घटना होने के अंदेशा पर घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह को दी गई, संतोष सिंह द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व, नगर पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी के पर्यवेक्षण में नाबालिग बच्ची को खोजबीन करने हेतु तत्काल टीम रवाना करने के निर्देश दिए गए। रामपुर पुलिस की टीम द्वारा ए टू जेड महासेल का सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर पाया गया कि मां के सो जाने पर 4 वर्षीय बालिका ए टू जेड महासेल से थोड़ी दूर पर जाकर रो रही थी, जिसके हाथ में मोबाइल दिख रहा था, जहां पर 2 व्यक्ति आए और बच्चे को उठा उठाकर ले गए है। बच्ची की मां ने बताया कि बच्ची के हाथ में दिख रहा मोबाइल उसी का है, तकनीकी आधार पर नाबालिक बच्ची की खोज की गई, पाया गया कि बच्ची के रिश्तेदार रात्रि में ए टू जेड महासेल के रास्ते से गुजर रहे थे, जहां पर बच्ची को रोते हुए देखकर रुके, बच्ची की मां नशे की हालत में सोई हुई थी, तो सुरक्षा के दृष्टिकोण से बच्ची को अपने घर में ले जाकर सुला दिए थे।  सुबह बच्ची को उसके घर पहुंचाने जाने वाले थे, इसके पहले ही खोजते हुए पुलिस पहुंच गई। रिश्तेदारों ने बताया कि बच्ची की मां अक्सर इस तरह की हरकत करती है,  इसलिए उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी थी। बच्ची को बरामद करने में हायक निरीक्षक दुर्गेश राठौर एवं आरक्षक ए.हितेश राव का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।