किसान ने जताई मछली पालन की इच्छा, कलेक्टर श्री झा ने 24 घंटे के भीतर पूरी की किसान की मांग, दिलाया मछली बीज
November 9, 2022सालाना 70 से 80 हजार रुपए की आमदनी की नीव स्थापित
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, कोरबा
कलेक्टर संजीव झा की संवेदनशीलता से किसान श्री रामलाल की मन की इच्छा पूरी हो गई है। किसान को मछली पालन के लिए आवश्यक मछली बीज प्रदान कर दिया गया है। किसान रामलाल मछली पालन व्यवसाय से अतिरिक्त आमदनी अर्जित कर सकेंगे। प्रदान किए गए मछली बीज से सालाना 70 से 80 हजार रुपए की आमदनी की नीव स्थापित हो गई है। मन की इच्छा पूरी होने से किसान श्री रामलाल उत्साहित है। साथ ही मछली पालन व्यवसाय शुरु करने में मदद करने के लिए कलेक्टर श्री झा का आभार जता रहे हैं। दरअसल मंगलवार को कलेक्टर श्री संजीव झा ने ग्राम पंचायत गेराव के आश्रित ग्राम बताती के मोहल्ला कमरन का औचक दौरा किया। प्रवास के दौरान कलेक्टर श्री झा ने गांव के ही किसान श्री रामलाल के खेत में फसल कटाई प्रयोग कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खेत के मालिक किसान श्री रामलाल का हालचाल जाना और फसल उत्पादन के बारे में भी जानकारी ली। इसी दौरान किसान रामलाल ने अपने दूसरे खेत में मछली पालन की इच्छा जताई। उन्होंने बताया कि उनके खेत में तालाब है। तालाब में पानी भी भरा रहता है। उन्होंने मछली पालन के जरिए अतिरिक्त आमदनी अर्जित करने की मंशा से मछली पालन व्यवसाय शुरू करने कलेक्टर से आवश्यक मदद मांगी। कलेक्टर श्री झा ने किसान की बातों को संवेदनशीलता से सुनते हुए तत्काल अधिकारियों को किसान का आवश्यक सहयोग करने के निर्देश मौके पर ही दिए। साथ ही मछली पालन के लिए आवश्यक तकनीकी सलाह भी किसान को देने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर श्री झा के निर्देश के 24 घंटे के भीतर मछली पालन विभाग द्वारा किसान श्री रामलाल को रोहू, कतला एवं मृगल मछली बीज उपलब्ध करा दिया गया है।
सहायक संचालक मछली पालन विभाग श्री केके बघेल ने बताया कि किसान श्री रामलाल ने अपने 70 डिसमिल जमीन में स्वयं के व्यय से जल क्षेत्र तालाब का निर्माण किया है। उन्होंने बताया कि कलेक्टर श्री झा के निर्देशानुसार किसान को 2000 नग मिश्रित मत्स्य बीज अंगुलिका उपलब्ध कराया गया है। कृषक को मत्स्य बीज प्रक्षेत्र बरपाली से कतला, रोहू और मृगल का बीज दिया गया है। सहायक संचालक ने बताया की संचित मत्स्य बीज अंगुलिका से तालाब में लगभग 10 से 12 क्विंटल मत्स्य उत्पादन हो सकेगा। जिससे किसान को लगभग 70 से 80 हजार रुपए की आमदनी प्राप्त हो सकेगी।