जशपुर कलेक्टर ने रूरल इन्डस्ट्रियल पार्क के संबंध में ली बैठक: गौठानों में तार घेराव, बिजली, पानी, शेड की सुविधा उपलब्ध करना पहली प्राथमिकता-कलेक्टर

Advertisements
Advertisements

समूह की महिलाओं को रूरल इन्डस्ट्रियल पार्क में मशरूम उत्पादन, पोहा मील, पानी बोटल की पैंकेजिंग सहित अन्य आजीविका गतिविधियॉ कराया जाएगा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महात्मा गांधी रूरल इन्डस्ट्रियल पार्क के संबंध में बैठक लेकर रीपा के कार्ययोजना की जानकारी ली। उन्होंने जिले में चिन्हांकित गौठानों की भी जानकारी लेकर स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल है इसका जिले में बेहतर क्रियान्वयन करना है। शासन की मंशा है कि गौठानों से जुड़े समूह को उद्योग से जोड़कर आर्थिक लाभ दिया जाए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री जितेन्द्र यादव, वनमण्डलाधिकारी जितेन्द्र उपाध्यय, युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन, वन विभाग, कृषि विभाग, उद्यान, पशुपालन, उद्योग विभाग, कौशल विकास, लाईवलीहुड, एनआरएलएम के अधिकारीगण उपस्थित थे।

कलेक्टर ने आरईस विभाग को चिन्हांकित गोठान का निरीक्षण करके और राजस्व विभाग के माध्यम से सीमांकन करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले गोठान का तार, घेराव, महिलाओं के लिए शेड, पानी, बिजली और गार्ड रूम की व्यस्था के अनुसार कार्य योजना तैयार करे। उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर तक किसी भी स्थिति में काम चालू अनिवार्य रूप से करें और साइट के अनुसार ले आउट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सभी गोठान में लगभग तीन एकड़ में रीपा तैयार किया जाना है उसी अनुसार तैयारी शुरू कर दें।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि कांसाबेल विकासखंड के बगिया में मसाला उत्पादन, केंचुआ, चेतबा में रेशम, पालन पोहा उत्पादन, मनोरा आस्था पानी बोटल पैंकिंग की गतिविधियां, सोनक्यारी में मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, पोहा बनाने की गतिविधियां शामिल हैं। इसी प्रकार दुलदुला विकसखंड के गौठान में टेंट हाउस, बर्तन किराया पर देना, मशरूम उत्पादन, कोरना में मिटी के बर्तन बनाने वाले काम पर चर्चा किया गया। कुनकुरी के गिनाबहार में त्रिफला चूर्ण, पत्थलगांव के पालीडीह में हेचरी में तिखुर, बहनाटागर में टमाटर कैचअप, बटेर पालन, बगीचा विकासखण्ड के जुरगुम में गोबर के पेंट, पशु आहार और बालाछापर गोठान में फ्लेक्स और प्रिंट का कार्य कराये जाने पर चर्चा किया गया।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!