कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए विभिन्न विभागों की ली बैठक : जिले के गौठानो में प्रतिदिन 2 क्विंटल गोबर खरीदी करने के दिए निर्देश

कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए विभिन्न विभागों की ली बैठक : जिले के गौठानो में प्रतिदिन 2 क्विंटल गोबर खरीदी करने के दिए निर्देश

November 15, 2022 Off By Samdarshi News

गोधन न्याय योजना राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना है, गंभीरता से कार्य करें – कलेक्टर

मैदानी अमलो की नियमित बैठक लेकर कार्यों को करे दुरुस्त – कलेक्टर

जिले में अभियान चलाकर पैरादान करने किसानों को करें प्रेरित – कलेक्टर

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चांपा

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में गोधन न्याय योजना अंतर्गत संचालित गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा करते हुए इसे मिशन के रूप में लेते हुए कृषि विभाग, उद्यान, पंचायत, ग्रामोद्योग, रेशम सहित संबंधित विभागों को जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, इसके बेहतर क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही या गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित सभी विभाग प्रमुखों को जिले के विभिन्न गौठानों से संबंधित मैदानी अमलो की नियमित बैठक लेकर कार्यों को दुरुस्त करने कहा। उन्होंने सभी गौठानो में प्रतिदिन 02 क्विंटल गोबर खरीदी करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने जिले के स्वावलंबी गौठानों में संबंधित समिति के माध्यम से पैरा की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा अधिकारियों-कर्मचारियों को अभियान चलाते हुए किसानों को पैरादान करने के लिए प्रेरित करने कहा। उन्होंने सभी गौठानों में पैरादान संग्रहण की उचित प्रबंध करते हुए पर्याप्त मात्रा में पैरादान की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा।

गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने गौठानवार गोबर खरीदी की अद्यतन स्थिति, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, पैकेजिंग, चारागाह की स्थिति, स्व सहायता समूहों को आबंटित राशि, गौठानवार खाद विक्रय की स्थिति सहित अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को नियमित रूप से गौठान का निरीक्षण करते हुए सभी गतिविधियों का व्यवस्थित संचालन करने के निर्देश दिए तथा प्रतिदिन होने वाले गोबर खरीदी की नियमित ऑनलाइन एण्ट्री करने कहा। कलेक्टर ने जिले में आगामी रबी फसल में धान के बदले अन्य फसल लगाने क्लस्टर लेवल और ब्लाक लेवल पर शिविर लगाते हुए तथा डोर टू डोर जाकर किसानों को प्रेरित करने कहा। उन्होंने सभी गौठानों के नोडल अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, वरिष्ट कृषि विस्तार अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों को पूरी सक्रियता और गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कृषि विभाग और पशु विभाग को आपसी समन्वय से गौ पालकों की ऑनलाईन एण्ट्री कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने उद्यानिकी, कृषि, मत्स्य, पशुधन विभाग द्वारा जिले में संचालित विभिन्न कार्याें की विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ ज्योति पटेल, संयुक्त कलेक्टर श्री गुड्डू लाल जगत सहित उद्यानिकी, कृषि, मत्स्य, पशुधन विभाग, रेशम, बीज निगम विभाग सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

प्रत्येक ब्लाक के एक-एक गौठान में करें गौमूत्र खरीदी की शुरूआत – कलेक्टर

गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले में हुए गौमूत्र खरीदी तथा उससे बनने वाले ब्रम्हास्त्र और जीवामृत उत्पाद के अद्यतन स्थिति की जानकारी ली तथा जिले के सभी ब्लाक के एक-एक गौठान में गौमूत्र खरीदी प्रारंभ करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ब्रम्हास्त्र और जीवामृत उत्पाद तैयार होने के बाद उसे किसानों को उपलब्ध कराने तथा फसलों में उपयोग से होने वाले फायदों से किसानों को अवगत कराने तथा जमीनी स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिए है।

कलेक्टर ने किसानों से पैरादान करने की अपील

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले के किसानों से पैरादान करने की अपील की है। उन्होंने जिले के अधिकारियों को भी अपने क्षेत्र के गांवों में जागरूकता फैलाते हुए अभियान चलाकर किसानों को पैरादान के लिए प्रेरित करने कहा। कलेक्टर ने अपने अपील में कहा कि वर्तमान में खरीफ फसलों की कटाई का कार्य किसानों द्वारा किया जा रहा है । खेतों में किसानों द्वारा फसलों के अवशेषों को जला दिया जाता है जिससे खेतों और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। यह गैस पर्यावरण को प्रदूषित करने के साथ ही मानव स्वास्थ्य जैसे सांस और फेफड़ों की बीमारियां उत्पन्न करते हैं। इसके साथ ही कलेक्टर ने जिले के हर गौठान में पैरा के उचित रखरखाव की व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक प्रबंधन करने के निर्देश दिए हैं।