राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु आम नागरिकों को न भटकना पड़े – तारन प्रकाश सिन्हा

राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु आम नागरिकों को न भटकना पड़े – तारन प्रकाश सिन्हा

November 18, 2022 Off By Samdarshi News

कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक, राजस्व प्रकरणों के निराकरण में प्रगति लाने के दिए निर्देश

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चाम्पा

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज राजस्व विभाग के कामकाजों की समीक्षा करते हुए राजस्व अधिकारियों एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदारों को निर्देशित किया कि आम जनता की समस्याओं को ध्यान से सुनने के साथ इसके निराकरण समय पर करना सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने सख्त हिदायत दी है कि आमनागरिको को राजस्व प्रकरण के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े।

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक लेते हुए कलेक्टर ने सीमांकन, डाइवर्सन, अविवादित, विवादित नामांतरण, बंटवारा, वृक्ष कटाई हेतु प्राप्त आवेदनों का निराकरण, भूमि आबंटन, जाति, निवास, आय प्रमाणपत्र, पटवारी की उपलब्धता और अभिलेख दूरस्तीकरण, भू-राजस्व वसूली, भू-अर्जन प्रकरणों का मुआवजा भुगतान की स्थिति, भू-अर्जन प्रकरणों के लंबित प्रकरणों, चिटफंड कम्पनी के चिन्हित सम्पत्तियों आदि की विस्तार से समीक्षा की।

कलेक्टर ने मुख्यमंत्री आगमन के दौरान भेंट मुलाकातों में प्राप्त आवेदनों का निराकरण प्राथमिकता से करने, राजस्व पुस्तक परिपत्र अंतर्गत पीड़ित परिवारों की जांच कर राशि उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने गौठानों में किसानों से पैरादान को प्रोत्साहन करने के भी निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस पी वैद्य, संयुक्त कलेक्टर गुड्डू लाल जगत, एसडीएम श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू, आर के तंबोली, डॉ आराध्या राहुल कुमार, श्रीमती ममता यादव सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार उपस्थित थे।

पटवारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराए

कलेक्टर ने एसडीएम, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों को निर्देशित किया कि वे आम जनता की समस्याओं का निराकरण करने में रूचि दिखाएं इसके साथ ही पटवारियों की उपस्थिति उनके मुख्यालयों में कराए और सप्ताह में एक दिन अपने कार्यालय बुलाकर जाँच संबंधित प्रकरण पर प्रतिवेदन लें।

महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लें

कलेक्टर श्री सिन्हा ने एसडीएम, तहसीलदारों को निर्देशित किया कि शासन की योजनाओं को फील्ड पर जाकर राशन दुकानों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, अस्पतालों, आश्रम-छात्रावासों में जाए। इससे शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में आसानी होने के साथ ही जरूरतमंदों को लाभ भी मिल पायेगा।