जशपुर चिकित्सालय में कुष्ठ विकृति आधार शल्य क्रिया शिविर का आयोजन 28 नवम्बर से आगामी तीन दिवस तक, डॉ कृष्ण मूर्ति काम्बले कैम्प में कुष्ठ रोगियों का करेंगे ईलाज

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छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ऐसे विकृति सुधार शिविर के हितग्राही को भरण-पोषण की राशि 8000 रूपये प्रति व्यक्ति को किस्तों में दिया जाता

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

जशपुरनगर: जिला चिकित्सालय जशपुर में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मुलन कार्यक्रम के अंतर्गत आजादी के 75वें वर्षगांठ अमृत महोत्सव के अवसर पर कुष्ठ विकृति आधार शल्य क्रिया शिविर का आयोजन 28 नवम्बर से आगामी तीन दिवस तक रखा गया है। इस शिविर में डॉ. कृष्ण मूर्ति काम्बले डायरेक्टर क्षेत्रीय कुष्ठ प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केन्द्र संस्थान रायपुर द्वारा कुष्ठ प्रभावित व्यक्तियों का उपचार किया जाएगा। इस हेतु जिले के मरीजों का चिन्हित कर लिया गया है। साधारणतः यह सर्जरी रायपुर या मेडिकल कॉलेज स्तर पर किया जाता है परन्तु क्षेत्रीय आवश्यकताओं को ध्यान रखते हुए जिला चिकित्सालय में भी शिविर आयोजित किया गया है।

विशेषज्ञ ने बताया कि कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति यदि बिलम्ब से उपचार शुरू या पूर्णतः उपचार नहीं लेता है ऐसी स्थिति में हाथ, आँख, पैर में विकृति आ जाती है जिसे दवाई से ठीक नही किया जा सकता ऐसे व्यक्तियों के विकृतियों अंगो को सामान्य अवस्था में लाने के लिए विकृति सधार शिविर का आयोजन कर उपचार किया जाता है। ताकि वह व्यक्ति भी समान्य जीवन जी सके। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ऐसे विकृति सुधार शिविर के हितग्राही को भरण-पोषण की राशि 8000 रूपये प्रति व्यक्ति को किस्तों में प्रदाय किया जाता है।

इस संबंध में डॉ. कृष्ण मूर्ति काम्बले द्वारा बताया गया कि कुष्ठ की बीमारी में प्रारंभिक तौर पर मरीज को कोई परेशानि नही होती लेकिन उपचार नहीं लेने से या अपूर्ण या देरी से उपचार कराने से मरीज के आँख, हाथ, पैरो में वृकृति आ सकती हैं। कुष्ठ अधिकारी ने जिले के सभी नागरिकों से आग्रह है कि कुष्ठ की शंका होने पर तत्काल परार्मश एवं उपचार कराये।

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