पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सीएम भूपेश बघेल को बताया घोषणावीर : मुख्यमंत्री सिर्फ बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं, हकीकत में एक भी वादे पर अमल नहीं होता – बृजमोहन अग्रवाल

पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सीएम भूपेश बघेल को बताया घोषणावीर : मुख्यमंत्री सिर्फ बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं, हकीकत में एक भी वादे पर अमल नहीं होता – बृजमोहन अग्रवाल

December 7, 2022 Off By Samdarshi News

इंदागांव में उप तहसील बनाने का 3 साल पहले किया वादा भूले, फिर कर दी खोखली घोषणाएं: बृजमोहन अग्रवाल

4 साल तक भ्रष्टाचार में लिप्त रहे, अब कांग्रेस सरकार को जनता दुत्कार रही है तो फिर से ढोंग कर रहे हैं

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गरियाबंद दौरे और घोषणाओं को लेकर पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा चार साल से प्रदेश भर में सीएम घूम-घूमकर सिर्फ घोषणाएं करने का काम कर रहे हैं। दूर-दूर तक उनकी घोषणाओं पर अमल होता नजर नहीं आता है। गरीयाबंद जिले के ही ग्राम पंचायत इंदागांव क्षेत्र के हजारों आदिवासी समाज के लोगों को तीन साल पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उप तहसील बनाने का वादा किया था, मगर आज तक वो पूरा नहीं किया।

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि एक बार फिर घोषणावीर भूपेश जी गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उप तहसील की मांग और अपनी मूलभूत बुनियादी सुविधा को लेकर आदिवासी परिवार कई बार सैद्धांतिक तौर पर आंदोलन व धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं, मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया। शासन प्रशासन से मौखिक व लिखित रूप से बातचीत भी करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक सुविधाओं के नाम से यह इलाका अछूता ही रह गया है। उन्होंने कहा कि पहले की घोषणाओं और वादों को पूरा न कर फिर से नई घोषणाएं आदिवासी समाज और पूरी छत्तीसगढ़ की जनता के साथ मजाक नहीं तो क्या है। भोले भाले आदिवासी जब इसके लिए अपनी आवाज उठाते हैं तो प्रशासन उन्हें डरा धमकाकर चुप करा देता है।

बृजमोहन अग्रवाल ने आगे कहा कि, इस सरकार ने ना वादे पूरे किए, ना ही इनकी घोषणाएं पूरी हुई। और तो और इनकी योजनाएं केवल इनके मुंह तक ही सीमित होती है, धरातल पर इनसे कुछ नहीं हो पाता है। अगर इन्हें कुछ करने में महारत हासिल है तो वह है, वादाखिलाफी व भ्रष्टाचार। सीएम के कहने बाद अब रोड तक का सुधार नहीं हो पाता तो उपतहसील बनना तो बहुत दूर की बात है। आज जो कुछ भी ये कर रहे हैं सिर्फ अपनी सत्ता को खोने के डर से कर रहे हैं, चार सालों तक ये सरकार गूंगी बाहरी बनकर बैठी रही, अब जब जनता ने इन्हें दुत्कारना शुरू कर दिया, तब इन्हें जनता के पास भागे-भागे फिर रहे हैं; फिर भी इनके गाल बजाने का काम अब भी जारी है। सत्ता का लगातार दुरूपयोग करने वाली कांग्रेस सरकार अब अपनी आखिरी सांसे गिन रही है।