स्तन कैंसर : समय पर जागरूकता ही बचाव, स्तन कैंसर को पहचानने के लक्षण बताये

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सर्जरी विभाग में स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने किया जागरूक

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो

रायपुर. स्तन कैंसर से होने वाली मौतों से अपनों की जान बचायी जा सकती है। बशर्तें इसके लिए हम सब जागरूक रहें। स्तन कैंसर, एक ऐसा कैंसर है जिसका पता अगर प्रारंभिक अवस्था में लग जाए तो इसके ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। यह बातें डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के सर्जरी विभाग में शुक्रवार को आयोजित स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत विशेषज्ञों ने बताई। बता दें कि अक्टूबर माह स्तन कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इसी के अंतर्गत अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग में महिला डॉक्टरों ने आपसी संवाद, प्रोजेक्टर एवं बैनर-पोस्टर के माध्यम से कार्यक्रम में आई महिलाओं को स्तन कैंसर के प्रति जागरूक किया। साथ ही ओपीडी में 34 महिलाओं की जांच की गई जिसमें दो लोगों में कैंसर की गठान तथा दो में साइक्लिकल मास्टालजिया (स्तनों में होने वाला एक तरह का दर्द जिसका संबंध मासिक चक्र से होता है) की समस्या पायी गई। इन सभी मरीजों को आगे के उपचार हेतु निर्देशित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन कल भी सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक किया जाएगा जिसमें ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर, कैंसर से जंग जीतने के अपने अनुभवों को लोगों से साझा करेंगे।

कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग डॉ. मंजू सिंह ने सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के अंतर्गत नियमित रूप से स्तन परीक्षण के तरीके बताये। उन्होंने बताया कि महिलाएं नियमित रूप से कुछ आसान तरीकों से स्तनों की जांच कर सकती हैं और भविष्य में स्तन कैंसर के खतरे से बच सकती हैं। स्तन परीक्षण की विधियों के अंतर्गत स्नान करते समय अपने स्तनों की जांच करना, शीशे के सामने खड़े होकर हाथों को ऊपर, नीचे व कमर पर रख कर स्तनों की जांच करना तथा स्तन से किसी प्रकार के स्त्राव के जांच करने के तरीके बताये। इसके साथ ही स्तनों की मैमोग्राफी और स्तन ऊतक बायोप्सी जांच की जरूरत कब पड़ती है, इसकी जानकारी दी।

विशेषज्ञ डॉ. अंजना निगम ने बताया कि सर्जरी में स्तन की कैंसरग्रस्त गांठों को निकाल दिया जाता है । इसके अलावा स्तन कैंसर के लिए रसायन चिकित्सा के अंतर्गत विभिन्न दवाओं के संयोजन द्वारा कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। इसके साथ ही विकिरण चिकित्सा और हार्मोन उपचार भी स्तन कैंसर के अलग-अलग चरणों में स्थिति के आधार पर दिये जाते हैं। डॉ. अंजना कहती हैं, यह एक सामाजिक दायित्व भी है कि अपने घर की महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर पिता, पुत्र, पति सभी सजग रहें । आज समय पर अस्पताल पहुंच जाने से स्तन कैंसर को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है।

विदित हो कि अम्बेडकर अस्पताल के सर्जरी विभाग में विगत चार वर्षों से प्रतिदिन ब्रेस्ट क्लिनिक का संचालन महिला डॉक्टरों द्वारा किया जाता है। इन डॉक्टरों की टीम में विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह के साथ ही डॉ. अंजना निगम, डॉ. सरिता दास, डॉ. लिज़रोज के साथ सहयोगी डॉक्टर डॉ. आरती पांडे, डॉ. दिव्या साहू, डॉ. अंतरा, डॉ. ब्यूला, डॉ. श्वेता, डॉ. शॉल्वी, डॉ. प्रियंका, डॉ. स्निग्ध, डॉ. समृद्धि एवं डॉ. कांता द्वारा स्तनों से संबंधित समस्याओं वाले रोगियों को देखा जाता है। ब्रेस्ट क्लिनिक में स्तनों की जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध है। महिलाएं बिना झिझक के यहां महिला डॉक्टरों से स्तनों से संबंधित समस्याओं की जांच करा सकती हैं।

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