शहीद वीर नारायण सिंह की स्मृति में आयोजित शहादत दिवस एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सम्मिलित  हुए प्रभारी मंत्री उमेश पटेल, शहीद के वंशजों का किया सम्मान, इको टूरिज्म का हुआ शुभारंभ !

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पर्यटन को बढ़ावा देने बलौदाबाजार-भाटापारा,सोनाखान लोगो एवं एकलव्य विद्यालय के रूपांतरण पत्रिका का किया विमोचन

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, बलौदाबाजार-भाटापारा

बलौदाबाजार : प्रभारी मंत्री उमेश पटेल आज कसडोल विकासखंड के सोनाखान में  शहीद वीर नारायण सिंह की स्मृति में आयोजित शहादत दिवस एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए।इस दौरान उन्होंने शहीद के परिजनों का शाल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। साथ ही इस मौके पर जिला प्रशासन के विशेष सहयोग से सोनाखान के स्थानीय युवाओं द्वारा प्रारंभ किया गया इको टूरिज्म जैसे होम स्टे,कैम्पिंग,बर्ड वाचिंग, विलेज टूर साइकिलिंग,लोकल फूड,जोंक नदी में प्राचीन तरीके से सोना निकालने की जानकारी,योगा वेलनेस,हीलिंग मेडीटेशन का शुभारंभ किया गया। साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बलौदाबाजार-भाटापारा,सोनाखान के नये लोगो एवं एकलव्य विद्यालय के रूपांतरण पत्रिका का भी विमोचन किया गया।

इस दौरान मत्स्य विभाग द्वारा 6 हितग्राहियों को सहायक सामग्री का वितरण किया गया। जिसमें रिकोकला निवासी मोहन टंडन, लक्ष्मी टंडन, अजय टंडन को आइस बॉक्स एवं ग्राम छतवां के मालती प्रभाकर, अमृता अजगल्ले और शांति बाई को नेट (मछली जाल) प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक श्री चन्द्रदेव राय एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में संसदीय सचिव एवं कसडोल विधायक सुश्री शकुन्तला साहू,कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र शर्मा, जीव जन्तु कल्याण बोर्ड अध्यक्ष विद्याभूषण शुक्ल, अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य गणेश ध्रुव, रजक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष लोकेश कन्नौजे,राजेन्द्र दीवान एवं जिला अध्यक्ष श्री हितेन्द्र ठाकुर उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि की आसंदी से श्री पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अंग्रेजी सरकार के खिलाफ बगावत का बिगुल शहीद वीर नारायण सिंह ने फूंका था। उनके बलिदान दिवस पर उन्हें याद करके हम गौरवान्वित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शहीद वीर नारायण सिंह के आदर्शों पर चलकर गांव, गरीब और किसानों के कल्याण में जुटी हुई है। किसानों के आर्थिक सामाजिक विकास के कार्यों से हम जरा भी पीछे नहीं हटेंगे। किसानों का सर्वागीण विकास हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। साथ ही उन्होनें ने कहा कि तेन्दूपत्ता की खरीदी मूल्य 2500 रूपये से बढ़ाकर 4 हजार रूपये प्रति मानक बोरा किये हैं। पहले केवल 7 प्रकार के लघु वनोपजों की खरीदी की जाती थी, इसे बढ़ाकर हम 52 प्रकार के वनोपजों की खरीदी कर रहे हैं। इनका लाभकारी समर्थन मूल्य भी राज्य सरकार ने घोषित कर रखा है।

पूरे देश में छत्तीसगढ़  पहला प्रदेश है जिसने कोदो,कुटकी एवं रागी जैसे फसलों के समर्थन मूल्य घोषित किया है। इस दर पर हम सरकारी खरीदी भी कर रहे हैं। हम बरसों से वन भूमि पर काबिज लोगों को वन अधिकारी पट्टा भी वितरित कर उन्हें चिंता से मुक्त कर दिये हैं। राज्य में लगभग साढ़े 4 लाख लोगों को वन भूमि का पट्टा वितरित किया गया है। छत्तीसगढ़ इस मामले में भी पहला राज्य है कि इसने गोबर को भी किसानों और ग्रामीणों की आमदनी का जरिया बना दिया है। हम एक रूपये में चाऊर दे रहे हैं और 2 रूपये में लोगों से गोबर खरीद रहे हैं। इस तरह की व्यवस्था देश में और कहीं नहीं है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक श्री चन्द्रदेव राय ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं एवं मांगों का उल्लेख करते हुए इनके समाधान के लिए प्रभारी मंत्री को ज्ञापन सौंपा। जिला कलेक्टर रजत बंसल ने स्वागत भाषण दिया। एसएसपी दीपक कुमार झा, जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा,डीएफओ मंयक अग्रवाल, अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।

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