मरीजों के पोषण आहार से पोषण गायब ! पोषण आहार के नाम पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुनकुरी में किसका हो रहा पोषण ? अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रहा मेन्यू के अनुसार खाना, भोजन के नाम पर निभाई जा रही औपचारिकता

मरीजों के पोषण आहार से पोषण गायब ! पोषण आहार के नाम पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुनकुरी में किसका हो रहा पोषण ? अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रहा मेन्यू के अनुसार खाना, भोजन के नाम पर निभाई जा रही औपचारिकता

December 17, 2022 Off By Samdarshi News

अस्पताल में मरीजों को एक भी दिन निर्धारित डाईट के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा

सुबह का चाय व नाश्ता एक साथ व शाम की चाय गायब, समय का भी नही रखा जा रहा ध्यान

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, कुनकुरी/जशपुर

कुनकुरी : सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुनकुरी में भर्ती मरीजों के लिए शासन द्वारा विशेष डाईट तैयार किया गया है। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुनकुरी में मरीजों को एक भी दिन निर्धारित डाईट चार्ट के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है। इसके कारण मरीजों को स्वादिष्ट व पोष्टिक भोजन नहीं मिल पा रहा है। दिये जा रहे भोजन से मरीजों एवं प्रसूताओं को केवल आहार ही मिल रहा है पोषण गायब है।

ब्लॉक मुख्यालय कुनकुरी में मरीजों को रुखा-सूखा भोजना कराया जा रहा है। स्वास्थ्य केन्द्र में समूह द्वारा मरीजों के लिए भोजन तैयार होता है। शासन द्वारा प्रति दिन 250 रूपये व 150 रुपए के हिसाब से विशेष मीनू तैयार किया गया है। लेकिन कुनकुरी अस्पताल में एक भी दिन मरीजों को मीनू के आधार पर भोजन नहीं मिल पा रहा है। जबकि शासन की मंसा है कि मरीजों को बेहतर इलाज के साथ पौष्टिक भोजन भी मिले, ताकि वे समय में स्वस्थ हो सके। लेकिन कुनकुरी मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को दाल, भात, व कोई एक साधारण सब्जी देकर औपचरिकता निभाई जा रही है। जबकि मीनू में कई प्रकार के भोजन का उल्लेख है। रुखा सूखा भोजन होने से मरीजों को यहां का खाना भा भी नही रहा है।

कभी नहीं मिलता दूध, पनीर, मशरूम, अंकुरित अनाज व ड्राय फ्रुट

प्रतिदिन के मीनू पर एक नजर डाले तो प्रतिदिन मरीजों को नास्ते में अलग अलग चीज देना है। साथ में प्रतिदिन 200 ग्राम दूध व हरी सब्जी के साथ पनीर या मशरूम, अंकुरित अनाज, ड्राय फ्रुट मीनू के अनुसार देना है, लेकिन एक भी दिन मरीजों को भोजन में ये सब नहीं दिया जाता। वहीं प्रतिदिन मौसमी फल दिया जाना है। लेकिन फल में केवल केला ही दिया जाता है वह भी कभी कभी। केवल दलिया ही दिया जाता है। जबकि मौसमी फल, दूध, पनीर, मशरूम, अंकुरित अनाज व ड्राय फ्रुट मरीजों के लिए विशेष तौर पर दिया जाना है।

सुविधा का आभाव

अस्पताल में सुविधा का आभाव हैं। वार्ड में भले ही भोजन लेकर जाते हैं, लेकिन यह भोजन पुरी तरह ठंडा हो जाता है। मरीजों को रोटी तक नहीं दिया जाता है। नास्ते के नाम पर केवल औपचारिता निभाई जाती है। इससे मरीजों को लाभ नहीं मिल रहा है। सुबह की चाय व उसके बाद का नास्ता में से कोई एक ही दिया जा रहा है। शाम की चाय नही दी जा रही है।

क्या होगी सप्लायर समूह पर कार्यवाही ?

मरीजों के पोषण के नाम पर सप्लाई करने वाले लक्ष्मी स्व सहायता समूह का केवल आर्थिक लाभ हो रहा है। वर्ष भर से मरीजों का शोषण कर रहे इस स्व सहायता समूह पर प्रशासन कार्यवाही करने के साथ किये गये भुगतान की वसूली के साथ इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त स्व सहायता समूह को प्रतिबंधित करने की कार्यवाही करेगा ? भविष्य के लिये भी मरीजों एवं प्रसूताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये इस व्यवस्था का सुचारू रूप से संचालन एवं इस पर सतत निगरानी रखा जाना नितांत आवश्यक है।

ये देना है दिन भर के मीनू में

पूरक आहार लेने वाले रोगियो के लिए आहार सारिणी बनाया गया है। लेकिन इसके आधार पर मरीजों को भोजन नहीं दिया जाता। सात दिनों के लिए मीनू तैयार किया गया। सुबह चाय व टोस्ट के साथ एक लड्डु मुंगफली, रागी, बेसन, राजगीरा, सोठ में से एक का बना। नास्ते में पोहा, उपमा, दलिया, हलवा, इडली सांभर, पराठा, पूरी सब्जी मे से कोई एक प्रकार का साथ में दुध, दोपहर भोजन में रोटी, चावल, दाल, हरी सब्जी, मशरूम या पनीर की सब्जी, पापड़, सलाद, बिजैरी के साथ मौसमी फल, शाम को चाय या दूध के साथ सूखा नास्ता, रात्री भोजन में रोटी, चावल, दाल, हरी सब्जी, सोयाबीन बड़ी या कोई भी प्रोटीन युक्त सब्जी के साथ दूध। सभी सब्जी में टमाटर, लहसून, अदरक, प्याज, मीठा नीम, हरा धनिया डालना अनिवार्य किया गया है। लेकिन इस प्रकार का भोजन मरीजों को नहीं मिल पाता है।

इस संबंध में बीएमओं कुनकुरी डॉक्टर श्रीमती के कुजूर से सम्पर्क करने पर ज्ञात हुआ कि वे अवकाश पर है। मोबाईल पर सम्पर्क करने पर उन्होने कॉल रिसिव नही की। इसलिये उनका पक्ष नही लिया जा सका।