कोविड से निपटने जिला प्रशासन हुआ अलर्ट, मॉकड्रिल कर परखी गयी तैयारियां, कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देशन में जिला अस्पतालों में किया गया मॉक ड्रिल

कोविड से निपटने जिला प्रशासन हुआ अलर्ट, मॉकड्रिल कर परखी गयी तैयारियां, कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देशन में जिला अस्पतालों में किया गया मॉक ड्रिल

December 27, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायगढ़

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य के सभी जिला अस्पतालों में मॉक ड्रिल किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देशन में आज जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी, सिविल अस्पताल, मेडिकल कालेज में मॉक ड्रिल किया गया। जिसमें कोरोना की तैयारियों जैसे मरीजों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता, ऑक्सीजन बेड से लेकर, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि के बारे में जानकारी ली गई।

सीएमएचओ डॉ.मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि मॉक ड्रिल हेतु कोविड-19 मरीजों को चिन्हाकिंत कर बेडो की व्यवस्था करना, आईसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, मानव संसाधन, एंबुलेंस, टेस्टिंग किट, दवाईयों की व्यवस्था, आईटी टेली मेडिसीन सर्विस सर्विस सहित उपरोक्तानुसार डेटा का वेरीफिकेशन किए जाने हेतु विशेषज्ञों, चिकित्सकों तथा बायोमेडिकल इंजीनियर सहित टीम गठित कर प्रत्येक उपकरण के क्रियाशील होने की स्थिति एवं ड्रग्स/कंस्यूमेबल की उपलब्धता की भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। अस्पताल में आने वाले बुखार, खांसी एवं अन्य कोविड के लक्षण वाले मरीज का रेन्डम आधार पर टेस्ट करने व प्रथमत: आरटीपीसीआर की अनुपलब्धता होने पर एंटीजन एवं ट्रूनॉट टेस्ट किया जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में लगभग 9 हजार आरटीपीसी आर, 20 हजार एंटीजेन एवं 8500 एन-95 मास्क किट उपलब्ध है। इसी तरह 10 हजार पीपीई किट, 504 ऑक्सीजन कॉन्सेट्रेटर, 85 वेन्टीलेटर उपलब्ध है जिसमें 9 वेन्टीलेटर मरम्मत योग्य है। वाईपेप एवं सीपेप 70 उपलब्ध है एवं सभी क्रियाशील है, साथ ही वाईपेप, सीपेप में उपयोग होने वाले कंज्यूमेबल आदि आवश्यकता का आंकलन किया गया है। अभी वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन युक्त बेड उपकरणों सहित उपलब्ध है। हर ब्लाक में एम्बुलेंस की सुविधा है। पीएसए प्लांट जिले में 9 है जो कि क्रियाशील अवस्था में है। लोईंग तथा धरमजयगढ़ ब्लाक में आक्सीजन टयूरिटी का लेवल मानक अनुरूप नहीं पाया गया, जिसे दो दिवस के भीतर सुधार लिया जाएगा। इसी तरह जिले में कुल 1100 जम्बो आक्सीजन सिलेण्डर एवं 1000 आक्सीजन बेड उपलब्ध है। को-वैक्सीन के टीके लगभग 30 हजार उपलब्ध है। आज जिले के सभी पीएचसी, सिविल अस्पताल, जिला चिकित्सालय, मेडिकल कालेज सहित 56 जगहों पर मॉक ड्रिल किया गया। मॉक ड्रिल उपरांत समस्त जानकारी भारत सरकार के http://bit.iy/psamockdrill2  पोर्टल में एंट्री किया गया है।