रबी फसलों के बीज, उर्वरक और पौध संरक्षण औषधियों की जांच का अभियान शुरू, 19 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित, किसानों को दिया गया 600 करोड़ का ऋण

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खाद-बीज के अमानक नमूनों के लॉट के विक्रय पर प्रतिबंध: संस्थाओं को नोटिस

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा रबी सीजन में किसानों को प्रदाय किए जा रहे बीज, उर्वरक एवं पौध संरक्षण औषधि की गुणवत्ता की जांच का अभियान सभी जिलों में शुरू कर दिया गया है।   कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने इलाकों में लगातार बीज, खाद और औषधियों के सेम्पल ले रहे हैं, जिसकी जांच गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में की जा रही है। रबी सीजन 2021 में 31 अक्टूबर की स्थिति में बीज के 2 नमूने तथा रासायनिक उर्वरक के 8 नमूने अमानक पाए गए हैं, जिनके लाट के विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने के साथ ही संबंधित फर्मों को कृषि विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है।

कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार रबी सीजन 2021 में बीज के अब तक 132 नमूने लेकर प्रयोगशाला में परीक्षण हेतु भेजे गए हैं, अब तक विभाग को प्राप्त 49 सैम्पल की जांच में से 2 सैम्पल अमानक पाए गए हैं, 83 सैम्पल की रिपोर्ट अभी प्राप्त होना शेष है। इसी तरह रासायनिक उर्वरकों की गुणवत्ता की जांच-पड़ताल के लिए कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षकों द्वारा 158 नमूने विभिन्न संस्थानों से लिए गए हैं। जिसमें से 128 नमूनों की जांच की जा चुकी है। 29 नमूनों की जांच जारी है। रासायनिक उर्वरकों के विश्लेषित सैम्पल में से 120 मानक स्तर के तथा 8 अमानक पाए गए हैं। अमानक बीज एवं खाद के लाट के विक्रय को विभाग द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के साथ संबंधित संस्थाओं को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।

रबी बीज उत्पादन के लिए 19 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य

रबी सीजन 2021-22 में बीज उत्पादन कार्यक्रम के लिए 18 हजार 970 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो कि रबी सीजन 2020-21 में 13 हजार 560 हेक्टेयर में लिए गए रबी बीज उत्पादन कार्यक्रम से 5410 हेक्टेयर अधिक है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम द्वारा स्वयं के प्रक्षेत्र में 200 हेक्टेयर में तथा कृषकों के खेत में 12 हजार 550 इस प्रकार कुल 12750 हेक्टेयर में बीज उत्पादन कार्यक्रम लिया जाएगा। कृषि विभाग द्वारा शासकीय कृषि प्रक्षेत्र में 220 हेक्टेयर में, कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 250 हेक्टेयर में तथा कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा 500 हेक्टेयर में तथा अन्य संस्था (एनएससी) द्वारा 5 हजार 250 हेक्टेयर में रबी फसलों के बीज उत्पादन का कार्यक्रम लिया जाना प्रस्तावित है। इसको लेकर आवश्यक तैयारियां एवं कृषकों का चयन किया जा रहा है।

रबी के लिए राज्य के किसानों को 600 करोड़ का ऋण

राज्य शासन द्वारा रबी फसलों की खेती के लिए किसानों को रबी सीजन 2021-22 में 600 करोड़ रूपए के ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को यह ऋण सहकारी समितियों के माध्यम से बिना ब्याज के प्रदाय किया जाएगा। रबी सीजन के लिए सहकारी समितियों द्वारा किसानों को ऋण वितरण की शुरूआत कर दी गई है। अब तक किसानों को 54 करोड़ 15 लाख रूपए का ऋण वितरित किया जा चुका है।

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