डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर : रेडियोलॉजी विभाग में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस, 8 नवंबर 1895 को हुई थी एक्स-रे की खोज

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

रायपुर. डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के रेडियोलॉजी विभाग में सोमवार 8 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस मनाया गया। अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस के उपलक्ष्य में रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. एस. बी. एस. नेताम ने रोगों के निदान एवं उपचार के लिए चिकित्सा इमेजिंग की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शरीर की अंदरूनी समस्या का सही एवं सटीक ढंग से पता लगाने के लिए आजकल विभिन्न इमेजिंग तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। समय के साथ यह तकनीक और भी उन्नत हुई है।

आज एक्स -रे के साथ-साथ अल्ट्रासाउंड, कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी स्कैन), पॉजीट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पेट), फ्लोरोस्कोपी और चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई) सहित विभिन्न प्रकार की इमेजिंग तकनीकों का उपयोग रोगों के निदान एवं उपचार के लिए किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस 2021 की थीम इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी: एक्टिव केयर फॉर पेशेंट (रोगी की सक्रिय देखभाल) है। यह थीम इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की आवश्यक भूमिका पर प्रकाश डालता है। इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी, इमेजिंग तकनीकों के मार्गदर्शन के साथ न्यूनतम इनवेसिव चिकित्सा प्रक्रियाओं (इमेज गाइडेड मिनिमल इनवेसिव मेडिकल प्रोसीजर) के उपयोग एवं प्रदर्शन का क्षेत्र है।

अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस के अपने संबोधन में इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन ( आईआरआईए) रायपुर के सचिव डॉ. विवेक पात्रे ने कहा कि कि 8 नवंबर का यह दिन विशेष तौर पर कोरोना महामारी के दौरान कोरोना पीड़ित मरीजों को सेवाएं देने के लिए रेडियोलॉजी विभाग में कार्यरत रेडियोलॉजिस्ट, तकनीशियन, रेडियोलॉजी के छात्र एवं अन्य सहयोगी स्टॉफ के लिए विशेष तौर पर कृतज्ञता प्रकट करता है। कोरोना महामारी के दौरान हमारे सामने एक अलग तरह की चुनौतियां थीं। तकनीशियनों ने पीपीई किट पहन कर बीमार रोगियोंका एक्स-रे किया। फ्रंटलाइन योद्धा बनकर कर्तव्य की पंक्ति पर डटे रहे। आईआरआईए रेडियोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाले इन सभी योद्धाओं के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करता है।

अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस के आयोजन के अवसर पर डॉ. संजय कुमार, डॉ. राजेश सिंह, डॉ. शुभकृति अग्रवाल समेत विभाग के अन्य चिकित्सक, तकनीशियन एवं छात्र मौजूद रहे। अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस, रोगों के निदान और उपचार के क्षेत्र में रेडियोलॉजी की भूमिका और महत्व को रेखांकित करता है। इसके साथ ही यह एक्स-रे यानी एक्स-विकिरण के अविष्कार की वर्षगांठ का दिन है क्योंकि इसी दिन यानी 8 नवंबर 1895 को जर्मन भौतिक विज्ञानी विल्हेम कोनराड रॉन्टजन ने एक्स-रे की खोज की और प्रभावी रूप से रेडियोलॉजी चिकित्सा विज्ञान की नींव रखी। 

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