डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर के नेत्र रोग विभाग में नेत्रदान पखवाड़ा का शुभारंभ, 25 अगस्त से 8 सितंबर तक होंगे विविध कार्यक्रम

August 25, 2021 Off By Samdarshi News

रायपुर. पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के नेत्र रोग विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा इकाई द्वारा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा का आयोजन 25 अगस्त से 8 सितंबर तक किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य लोगों में नेत्रदान के प्रति जनजागरूकता पैदा करना तथा लोगों को मृत्यु उपरांत अपनी आंखें दान करने के लिए प्रेरित करना है। बुधवार को नेत्रदान पखवाड़े का शुभारंभ चिकित्सा महाविद्यालय के सभागार में विविध प्रतियोगिताओं के साथ हुआ। चिकित्सा छात्रों के लिए आयोजित प्रश्नोत्तरी तथा पोस्टर प्रतियोगिता में सभी छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

 चिकित्सा छात्रों ने नेत्रदान एवं नेत्र के महत्च को लेकर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में अपनी रचनात्मक शक्ति का बेहतर ढंग से उपयोग करते हुए आकर्षक पोस्टर बनाये। एक प्रतिभागी ने आंखें बोलती हैं विषय पर पोस्टर बनाते हुए लिखा कि आंखें, वाणी से ज्यादा बोलती हैं, आंखों के भाव से ही लोग यह समझ जाते हैं कि आप क्या कहना चाहते हैं, इसलिए नेत्रदान करके आंखों को मृत्यु के बाद भी बोलने दें। एक प्रतिभागी ने लिखा मृत्यु के बाद भी आप इन्द्रधनुषी नजारा देख सकते हैं इसलिए आप नेत्रदान करें। कुल 50 प्रतिभागियों ने नेत्रदान पर अपनी रचनात्मक सोच की कूची चलाते हुए पोस्टर बनाया। इसी तरह नेत्र से संबंधित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 16 छात्रों ने फाइनल राउंड में अपनी जगह बनायी। पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. अरविंद नेरल, डॉ. डी. पी. लाकरा तथा डॉ. संतोष सिंह पटेल शामिल रहे।

 ये कर सकते हैं नेत्रदान

विभागाध्यक्ष नेत्र रोग विभाग डॉ. निधि पांडे के अनुसार, नेत्रदान मृत्यु के पश्चात् किया जाने वाला एक पुनीत कार्य है। मृत्यु होने के 6 घंटे के अंदर नेत्रदान हो जाना चाहिए। इस बीच मृतक की आंख बंद कर देना चाहिए, पंखा भी बंद कर देना चाहिए। गर्मी का समय हो तो पलकों के ऊपर गीला कपड़ा या रूई रख दें। यदि बर्फ हो तो उसे कपड़े/रूई के ऊपर रख दें। डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल में नेत्रदान हेतु दूरभाष क्रमांक 0771-2890068 पर सम्पर्क किया जा सकता है। 

ये नहीं कर सकते नेत्रदान

रेबीज, टिटनेस, सर्पदंश, जहर, डूबकर या जलकर, फांसी लगाकर, एड्स, हेपेटाइटिस, लिप्रोसी, सिफलिस, आंख का कैंसर, ब्लड कैंसर से ग्रसित व्यक्ति मुत्यु उपरांत नेत्रदान नहीं कर सकते। 

इन कार्यक्रमों का होगा आयोजन

राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा के अवसर पर 27 अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग द्वारा जिला अस्पताल कवर्धा में नेत्ररोगों की जानकारी बचाव, निदान एवं नेत्रदान प्रोत्साहन हेतु परिचर्चा, 31 अगस्त को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कसडोल एवं जिला अस्पताल बलौदाबाजार में नेत्ररोगों की जानकारी, बचाव, निदान एवं नेत्रदान प्रोत्साहन हेतु परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा। 4 सितम्बर को मेडिकल कॉलेज आडिटोरियम में एनजीओ एवं नेत्र सहायक अधिकारियों का सम्मान समारोह तथा 8 सितम्बर को मरीन ड्राईव तेलीबांधा में नेत्रदान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

 नेत्रदान पखवाड़ा के शुभारंभ के अवसर डॉ. ज्योति जायसवाल, डॉ. रेशु मल्होत्रा, डॉ. सुशील सचदेव, डॉ. अमृता वर्मा, डॉ. अंजू भास्कर, डॉ. मुकेश भगत, संजय शर्मा तथा नेत्रदान काउंसलर पराग केहरि उपस्थित रहे।