छठ पर्व के अन्तर्गत सम्पन्न हुई खरना की विधि, श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया खीर का प्रसाद

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नहाय खाय विधि के साथ छठ व्रत हुआ था प्रारंभ, छठ पूजा के लिये सज रहे जलाशयों एवं नदियों के घाट

सागर जोशी, समदर्शी न्यूज़

कुनकुरी. भगवान भास्कर की उपासना के महापर्व छठ पूजा में व्रतियों एवं श्रद्धालुओं द्वारा जलाशय एवं नदियों के घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य देने के पूर्व सोमवार को नहाय खाय की विधि के साथ प्रारंभ हुए इस व्रत के दूसरे दिन मंगलवार को खरना की विधि पवित्रता के साथ सम्पन्न की गई। जिसमें खीर का प्रसाद व्रतियों द्वारा ग्रहण किया और श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किया गया।

कल बुधवार को दिन भर उपवास रखकर सायं को अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जायेगा। छठ पूजा का मुख्य आयोजन स्थानीय जलाशय एवं नदियों के घाटों पर सम्पन्न होगा। गुरूवार की प्रातः उदित होते सूर्यदेव को अर्घ्य देकर पूजन, हवन, आरती के साथ व्रत का पारण किया जायेगा। इस अवसर पर छठ पूजा के लिये हजारों की संख्या में व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की भीड़ घाटों पर इकट्ठा होगी।

धार्मिक, सामाजिक संगठनों एवं व्यक्तियों द्वारा भी आयोजन में सुविधा प्रदान करने हेतु सहयोग किया जा रहा है। गुरूवार को प्रातः उगते सूर्यदेव को अर्घ्य देते हुए पूजन दर्शन के साथ व्रत सम्पन्न करते हुए ठकुआ, मौसमी फल आदि का प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया जायेगा। परिवार की कुशलता एवं मन्नतो की पूर्ति के लिये किये जाने वाले इस व्रत एवं महापर्व के प्रति श्रद्धालुओं की अपार श्रद्धा है तथा इस व्रत के पालन में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है।

नहाय खाय विधि के साथ छठ व्रत हुआ था प्रारंभ

अंचल के साथ नगर में छठ पूजा महापर्व की तैयारियां व्रतियों के घर घर में पूर्ण होने के साथ गली गली में छठ माई के गीत गूंजने लगे है। भगवान भास्कर एवं छठी माई की आराधना के इस महापर्व का शुभारंभ इस वर्ष व्रतियों द्वारा सोमवार को नहाय खाय की विधि पूर्ण कर पवित्रता के साथ किया गया। इसमें व्रतियों द्वारा नहा धोकर पवित्र होकर चूल्हे में लकड़ी की आग पर लौकी की सब्जी, चनादाल, भात का प्रसाद बनाकर छठ माई को अर्पण कर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया गया। मंगलवार को व्रत के अन्तर्गत खरना की विधि सम्पन्न की गई।

छठ पूजा के लिये सज रहे जलाशयों एवं नदियों के घाट

सुर्यदेव की आराधना के महापर्व छठ पर्व के आयोजन के लिये स्थानीय जलाशयों एवं नदियों पर साफ सफाई एवं साज सज्जा का कार्य नगर पंचायत एवं स्थानीय छठ पूजा समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा सम्पन्न किया जा रहा है। सूर्यषष्ठी को आयोजित होने वाले आयोजन के अन्तर्गत अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को एवं दूसरे दिन उदित होते सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिये एवं दर्शन पूजन के लिये व्रतियों के साथ श्रद्धालु भारी संख्या में सम्मिलित होते है। व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये स्थानीय जलाशय के घाटों एवं मार्गो की साफ सफाई के साथ रोशनी एवं सजावट आदि का व्यापक प्रबंध किया जा रहा है। जिससे श्रद्धालु इस आयोजन को सुविधापूर्वक सम्पन्न कर सकें।

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