केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक निजी होटल में आयोजित सम्मेलन में बुद्धिजीवी वर्ग को किया संबोधित, प्रदेश के नामी अर्थशास्त्री, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, चेंबर ऑफ कॉमर्स, कैट, अधिवक्ता संघ सहित कई संस्थानों के लोग हुए सम्मिलित.

केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने एक निजी होटल में आयोजित सम्मेलन में बुद्धिजीवी वर्ग को किया संबोधित, प्रदेश के नामी अर्थशास्त्री, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, चेंबर ऑफ कॉमर्स, कैट, अधिवक्ता संघ सहित कई संस्थानों के लोग हुए सम्मिलित.

February 5, 2023 Off By Samdarshi News

आने वाले समय में अमेरिका और चाइना के बाद भारत ही सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति होगा – अर्जुन राम मेघवाल

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने आयोजित बुद्धिजीवी सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि पहले देश के बजट को प्राथमिकता में नहीं लिया जाता था और शाम 5:00 बजे प्रस्तुत किया जाता रहा। अटल जी की सरकार ने इसके समय को बदला और 11:00 बजे बजट प्रस्तुत होने लगा। माननीय मोदी जी ने 28 से 29 फरवरी को प्रस्तुत होने वाले बजट को 1 फरवरी को प्रस्तुत करवाना शुरू किया, ताकि बजट में जो प्रावधान किए जाते है उन्हे समय से खर्च किया जा सके। पहले की सरकारें बजट को पास कराने में काफी समय लगाती थी, देर से खर्च करना शुरु करती थी एवं वर्ष के अंतिम समय में बिना सोचे समझे कहीं भी खर्च करती थी, अब सब कुछ प्लानिंग से होता है, यह भी एक इकोनॉमिक रिफॉर्म है।

उन्होंने कहा कोविड के बाद कई विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाए चौपट हो गई, उनकी जीडीपी एक या दो प्रतिशत ही रह गई, परंतु भारत पूरे विश्व में सबसे तेज गति से विकास करने वादा देश बन गया है। आने वाले समय में अमेरिका और चाइना के बाद भारत ही सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति होगा।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि जीडीपी में ग्रोथ के लिए खपत एक बहुत प्रमुख हिस्सा होता है, प्रधानमंत्री आवास जैसी कई योजनाएं देश की खपत को बढ़ा रही हैं। प्रधानमंत्री आवास बनने से सीमेंट, रेत, ईट बिकेगा लोगों को मजदूरी मिलेगी, रंग रोगन के सामान इस्तेमाल होंगे, घर बनने के बाद लोग टीवी, फ्रीज भी खरीदेंगे, ये ऐसी योजनाएं हैं, जिससे एक साथ कई वस्तुओ की खपत बढ़ती है, हर वर्ग के लोगो को इससे फायदा मिलता है।

मोदी सरकार देश के हर वर्ग के लिए संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। अगर कोई व्यक्ति जेल में बंद है पेरोल के लिए एप्लीकेशन देना चाहता है या अदालत में जमानत के लिए अप्लाई करना चाहता है और आर्थिक रूप से पिछड़े होने के कारण ऐसा नही कर पा रहा है, तो सरकार उसकी मदद करेगी, ये अपने आप में बहुत बड़ा कदम है।

तकनीक में हम बहुत अच्छा कर रहे हैं, अन्य देशो पर आश्रित नहीं होना है, इसीलिए 5 जी के लिए 100 लैब्स की स्थापना की घोषणा भी की गई है।

एग्रीकल्चर सेक्टर में 20 लाख करोड़ का निवेश किया जाना है, आधारभूत संरचना के लिए 10 लाख करोड का। इन सब योजनाओं से देश में वस्तुओं की डिमांड और खपत बढ़ेगी।

मिडिल क्लास व्यक्ति को 7 लाख तक टैक्स में जो छूट दी गई है, टैक्स की राशि में जाने वाली इस रकम को वह कहीं न कहीं खर्च करेगा उससे फिर डिमांड और खपत बढ़ेगी।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा पहले की सरकारें पैसा ही खर्च नही करती थी, बजट का आकार बहुत छोटा है, मोदी सरकार बहुत पैसा खर्च कर रही है।

देश की कनेक्टिविटी को बहुत बेहतर किया जा रहा रोड, एयरपोर्ट यहां तक पर्वतीय इलाकों में भी काम किया जा रहा है, साथ ही पानी के रास्ते से भी परिवहन आसान हो इसके लिए तक कार्य हो रहा है, इन्ही सब योजनाओं से भारत विश्व गुरु होगा।

उन्होंने कहा राज्य सरकार कोई प्रस्ताव देगी तो स्वामी विवेकानंद जी के नाम से कोई म्यूजियम या कुछ और बनाएंगे, जिससे लोग आगे बढ़ने की प्रेरणा ले सके। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि कम्यूनिज़्म खत्म होगा, अगर भूपेश बघेल कम्यूनिज़्म के आधार पर सरकार चलाना चाहेंगे तो नहीं चला सकेंगे, क्योंकि स्वामी विवेकानंद जी ने ये घोषणा की थी ये खत्म होगा।

21वीं सदी में विश्व का नेतृत्व एशिया करेगा और अगर ऐसा हुआ तो एशिया का नेतृत्व करने वाला देश तो भारत हो, इस कल्पना को साकार करने वाला हमारा बजट है।

बुद्धिजीवी सम्मलेन में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के साथ सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री पुन्नुलाल मोहिले, अमर अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप, प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदन जैन, बजट टीम के सदस्य, नरेश गुप्ता,अमित चिमनानी, निश्चय वाजपेई, राजेश अग्रवाल, गणेश मिश्रा सहित सीए एसोसिएशन, सीएस एसोसिशन, प्रतिष्ठित व्यापारिक संस्थाएं चैम्बर ऑफ कॉमर्स, कैट, अधिवक्ता संघ, इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि सहित अर्थशास्त्री और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी सम्मिलित रहे।