आबकारी मंत्री कवासी लखमा द्वारा आदिवासियों के हिंदुओं से अलग होने के संदर्भ में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया : कवासी लखमा कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में हैं – केदार कश्यप

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भूपेश के मंत्री ईसाई विरोध के बारे में बोल कर दिखाएं – भाजपा

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : प्रदेश भाजपा महामंत्री तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने उद्योग एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा द्वारा आदिवासियों के हिंदुओं से अलग होने के संदर्भ में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी के नेता लगातार हिंदू सनातन धर्म के खिलाफ वातावरण बना रहे हैं। यह साजिश उनके शीर्ष नेतृत्व द्वारा कराई जा रही है। इसके मूल में आदिवासी संस्कृति को खत्म कर धर्मांतरण कराकर आदिवासियों को ईसाई बनाने की सुनियोजित साजिश है।

प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बारसूर में गणेश जी की प्राचीनतम प्रतिमा है। हम आदिवासी गणेश जी की पूजा करते हैं। इसी तरह दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी माई की हम आदिवासी पूजा करते हैं। हजारों वर्षों से दंतेश्वरी माई बस्तर की आराध्य देवी हैं। कवासी लखमा जिस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वहां इंजरम में भगवान राम आए थे।

प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि सोनिया गांधी ईसाई हैं और सनातन संस्कृति के खिलाफ कांग्रेस नेताओं से अपनी बात कहलवा रही हैं। उन्होंने कहा कि कवासी लखमा आदिवासियों को हिंदुओं के विरोध में बताते हैं। उन्हें ईसाइयों के विरोध में क्यों नहीं बताते ? धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ क्यों नहीं बोलते ?

प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के दबाव में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण हो रहा है। आदिवासी समाज को अपनी ही धरती पर अपनी संस्कृति से बेदखल करने का कुचक्र चल रहा है। धर्मांतरण का विरोध करने वाले आदिवासी का दमन किया जा रहा है, तब कवासी आदिवासी संस्कृति के पक्ष में खड़े क्यों नहीं होते ?

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