जशपुर : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्या केन्द्र सरकार तक पहुंचाएंगी प्रिया सिंह जूदेव

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

सरकारी कर्मचारियों का दर्जा देने सहित 6 सूत्रिय मांगों को लेकर,अनिश्चितकालिन हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं का आंदोलन,15 वें दिन भी जारी रहा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संयुक्त महासंघ की पदाधिकारियों ने मंगलवार को नगरपालिका की पूर्व उपाध्यक्ष और जशपुर राजपरिवार की बड़ी बहू श्रीमती प्रियम्वदा सिंह जूदेव से मुलाकात कर,अपनी समस्याओं और मांगों की जानकारी देते हुए,सहयोग का अनुरोध किया।

इस पर,श्रीमती जूदेव ने,केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरान से मुलाकात कर,उनकी समस्याओं के संबंध में चर्चा करने का आश्वासन दिया है। श्रीमती जूदेव से चर्चा करते हुए,महासंघ की जिलाध्यक्ष श्रीमती कविता यादव ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के पद पर विधवा,तलाकशुदा और परित्यक्ता महिलाएं जुड़ी हुई है। यह महिलाएं,केन्द्र व राज्य सरकार की सभी योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए दिन रात काम करतीं हैं।

यहां तक कि भीषण कोरोनाकाल में भी हम सबने सुपोषण और टीकाकरण का काम रूकने नहीं दिया। लेकिन,सरकार,हमारी मांगों को पूरा करने की बजाय,छल कपट करने पर तुली हुई है। उन्होनें बताया कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने नर्सरी शिक्षक के रूप में मान्यता देते हुएमानदेय में वृद्वि का भरोसा दिया था। लेकिन,सत्ता में आए 4 साल हो जाने के बाद भी प्रदेश सरकार,वायदा पूरा करना तो दूर,झूठा प्रचार करने पर तुली हुई है।

समस्याओं की जानकारी देते हुए कविता यादव ने बताया कि राज्य सरकार,सुपोषण अभियान के लिए विशेष तौर से बनाएं गए एप में आनलाइन काम करने का दबाव बना रही है। जबकि इसके लिए,कार्यकर्ताओं को न तो स्मार्ट मोबाइल फोन दिया गया है और ना ही इंटरनेट का खर्चा। इसके साथ ही नेटवर्क की समस्या को भी जिम्मेदार अधिकारी स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती प्रक्रिया में सहायिका व मिनी कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दिए जाने का नियम का भी प्रदेश में पालन नहीं किया जा रहा है।

15 दिन से आंदोलन चलने के बाद भी प्रदेश सरकार द्वारा उनकी सुध न लिये जाने की जानकारी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने श्रीमती जूदेव को दिया। श्रीमती जूदेव ने महिलाओं के इस प्रकार सड़क में उतरने की स्थिति निर्मित होने को दुखद बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को संवेदनशीलता का परिचय देते हुए,संघ से बातचीत करने की पहल करनी चाहिए।

जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि सड़क में बैठी हुई महिलाओं के साथ छोटे बच्चे भी हैं। उन्होंने प्रतिनिधि मंडल को भरोसा दिया कि वे जल्द ही केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी से मुलाकात कर,उनकी समस्याओं व मांगों से अवगत कराएंगीं।

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