2023-24 के बजट हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए गोमती साय ने सदन में बजट का किया समर्थन !
February 10, 2023यह बजट ‘सर्वजन हिताय सर्व जन सुखाय’ के मूल मंत्र को चरितार्थ करने वाला बजट है – सांसद गोमती साय
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर
जशपुर/कुनकुरी : रायगढ़ सांसद गोमती साय ने 2023-24 के बजट हेतु संसद सत्र के दौरान सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बजट के समर्थन में कहा- बजट में प्रस्तुत प्रावधान गरीब, शोषित, वंचित, महिलाओं, जनजातियों के लिए किये गये प्रावधान प्रशंसनीय है। यह बजट सभी वर्गो के लिए विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होने कहा कि शोषित, वंचित, जनजातिय, महिलाये, किसान, मध्यम वर्गीय परिवार, बच्चे, छोटे उद्योग को ध्यान में रखकर बजट बनाया गया है। सांसद साय ने महिला सशक्तिकरण को लेकर कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में महिला सम्मान बजट पत्र योजना बजट में शामिल किया गया है, जिसमें 02 साल के अधिक अवधि के लिए 02 लाख रूपये तक की राशि जमा योजना जिसमें 7.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। महिला के मातृत्व अवकाश में वृद्धि की गई।
सांसद साय ने जनजातीय समाज के उत्थान के लिए कहा कि अमृत काल के बजट में आदिवासी समुदाय को महत्वपूर्ण जगह दी गई है। इस बजट में कमजोर जनजाति समुदाय समूह के लिए 15 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है। उन्होने ने बताया कि आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए देशभर में 740 एकलव्य मॉडल आदिवासी विद्यालय खोले जायेगें। इस हेतु 38500 शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की जावेगी। पूरे छत्तीसगढ़ के 24 जिलों में 73 एकलव्य आदिवासी विद्यालय संचालित है, जिसमें लम्बे समय से 3000 शिक्षक पद रिक्त है, इस बजट से इन रिक्तपदों की पूर्ति हो सकेगीं। इस अमृत काल के बजट में 2047 तक सीकलसेल अनिमिया को दूर करने की शुरूवात के बारे में बताया।
सांसद साय ने आगे गरीबी को लेकर भी कहा भारत सरकार का फोकस भारत को ग्लोबल हब बनाने में है। एक्सपोर्ट को बढ़ाने और देश को आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने वाला है। उन्होने कहा कि यह बजट सर्वजन हिताय सर्व जन सुखाय के मूल मंत्र को चरितार्थ करने वाला बजट है। सांसद गोमती साय ने अंत में पुनः 2023-24 के बजट को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन का धन्यवाद एवं आभार जताया।