जनता तो जनता, संगठन भी भूपेश के खिलाफ – केदार गुप्ता

जनता तो जनता, संगठन भी भूपेश के खिलाफ – केदार गुप्ता

February 12, 2023 Off By Samdarshi News

संगठन महामंत्री को नोटिस ने खोल दी कांग्रेस की पोल- भाजपा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री अमरजीत चावला को कांग्रेस की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरुद्ध मुहिम चलाने के आरोप में नोटिस दिए जाने का हवाला देते हुए कहा है कि इस नोटिस ने कांग्रेस की पोल खोल दी है कि वहां कैसी महाभारत छिड़ी हुई है। इसके अलावा यह सच भी सामने आ गया है कि जनता तो जनता कांग्रेस संगठन भी भूपेश बघेल के खिलाफ है। उनकी नीतियों और कुशासन से सरकार के मंत्री और संगठन के पदाधिकारी भी त्रस्त हैं। भूपेश बघेल की तानाशाही को कांग्रेस का प्रदेश संगठन बर्दाश्त नहीं कर पा रहा।

वह भूपेश बघेल का विरोध कर रहा है। क्योंकि वे संगठन पर कब्जेदारी करना चाहते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को कठपुतली बनाये रखना चाहते हैं। कांग्रेस की नई प्रभारी की नियुक्ति के बाद मोहन मरकाम और भूपेश बघेल के बीच वर्चस्व की लड़ाई तेज हो गई है। मरकाम को कांग्रेस अधिवेशन की स्वागत समिति का मुखिया बनाया गया है और भूपेश बघेल को सह अध्यक्ष बनाया गया, जिसकी शिकायत भूपेश बघेल ने ऊपर तक की। जब मोहन मरकाम से पार नहीं पा सके तो उनके खास सिपहसालार अमरजीत पर गाज गिरवा रहे हैं।

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि भूपेश बघेल को विरोध बर्दाश्त नहीं है। जनता उनका विरोध करे तो धौंस दिखाते हैं। कर्मचारी विरोध करें तो भय दिखाते हैं, सामाजिक, राजनीतिक संगठन विरोध करें तो उसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की व्यवस्था है, विधायक आवाज उठाएं तो टिकट कटने का डर दिखाते हैं, मंत्री विरोध करें तो चुनाव न लड़ने का ऐलान करने मजबूर कर दिए जाते हैं, संगठन पदाधिकारी विरोध करें तो दिल्ली से नोटिस भिजवा दिया जाता है।

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता  केदार गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस के संगठन महामंत्री अमरजीत चावला को जो नोटिस दिया गया है, उसमें आरोप है कि पार्टी की प्रदेश सरकार के खिलाफ नकारात्मक टिप्पणी की गई है। चावला पर यह भी आरोप है कि  आरक्षण के मामले में राज्यपाल के नजरिए का उन्होंने समर्थन किया है। यदि यह आरोप सत्य हैं तो सवाल उठता है कि कांग्रेस की सरकार गलत है अथवा कांग्रेस का संगठन अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ मुहिम चला रहा है। तब यह स्थिति स्पष्ट कर रही है कि छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस भीतर से खोखली हो चुकी है। वह आपस में ही बिखर कर सत्ता से बाहर होने का इंतजाम खुद कर रही है।