परीक्षा की तैयारी कैसे करें विषय पर दुर्गा महाविद्यालय रायपुर में कार्यशाला का हुआ आयोजन : परीक्षा के दौरान अपने शरीर और मन को तैयार करनें के बताए गए तरीके

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

दुर्गा महाविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक सभागार में “परीक्षा की तैयारी कैसे करें “इस विषय पर बहुप्रतीक्षित कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।

कोरोना कॉल के बाद पहली बार संपन्न होने जा रही ऑफलाइन वार्षिक परीक्षा के नियमित छात्र छात्राओं को परीक्षा से संबंधित तैयारी के लिए विशेष मार्गदर्शन एवं मनोवैज्ञानिक सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन मनोविज्ञान विभाग एवं दुर्गा महाविद्यालय के आई. क्यू.ए.सी. सेल के संयुक्ततत्वाधान से किया गया ! जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में रायपुर के जाने-माने मनोवैज्ञानिक डॉ संजय भारद्वाज ने अपनी उपस्थिति दी! कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ प्रतिभा मुखर्जी साहूकार वं मंच संचालन राजनीति विज्ञान विभाग के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ अमन झा   के द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग के गणेश शंकर पांडे के द्वारा दिया गया!

सेमिनार की समन्वयक और मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ शकुंतला दुल्हनी ने बताया कि इस अद्वितीय आयोजन में पूरा सभागार छात्रों से खचाखच भरा हुआ था। सेमिनार के दौरान सबसे पहले प्राचार्य महोदय के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया उसके बाद आइक्यूएसी के अध्यक्ष डॉक्टर सुभाष चंद्राकर सर ने एक कहानी के माध्यम से परीक्षा में कम से कम मेहनत में अच्छी तैयारी और अच्छे अंक कैसे ला सकते हैं इसको समझाया!

इसके बाद मुख्य वक्ता डॉ संजय भारद्वाज ने विभिन्न प्रकार की मनोवैज्ञानिक एक्टिविटीज के प्रदर्शन के द्वारा परीक्षा के दौरान तनाव को दूर करने के उपक्रम बताएं, इसके साथ ही उन्होंने एक्ट के द्वारा तनाव को दूर करने तथा परीक्षा के दौरान  मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए कैसे हम अपने शरीर और मन को तैयार करें इस विषय पर अपना विस्तृत व्याख्यान दिया इस दौरान एक्टिविटी से छात्र उत्साहित रहे !

ओएमआर शीट का नमूना बच्चों को बांटा गया तथा कार्यक्रम की समन्वयक डॉ शकुंतला मैडम के द्वारा ओएमआर शीट को कैसे भरें इस विषय पर सिलसिलेवार तरीके से छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया गया!  कार्यक्रम मे तनाव से मुक्त रहने के लिए डांस एवम एक्टिविटीस करवाई गई। कार्यक्रम के दौरान छात्रों का उत्साह देखते ही बन रहा था इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मनोविज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं का एक वॉलिंटियर टीम भी बनाई गई थी जिन्होंने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं के अलावा विभिन्न विभाग के प्राध्यापक गण भी  में बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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