समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
रायपुर. स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में उनकी प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित एवं माल्यार्पण कर उनके योगदान को याद किया गया। चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विष्णु दत्त ने पंडित नेहरू जी की स्मृति ताजा करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि वे आधुनिक भारत के निर्माता था। उन्होंने देश के प्रथम और सबसे लम्बे समय तक प्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्र का नेतृत्व किया और देश के चहुंमुखी विकास की नींव रखी। पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद नेरल ने बताया कि 16 अप्रैल 1965 को अविभाजित मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री पंडित द्वारका प्रसाद मिश्र ने चिकित्सा महाविद्यालय भवन, रायपुर की नींव रखी और 30 सितंबर 1976 को तत्कालीन मुख्यमंत्री पंडित श्यामाचरण शुक्ल ने इस महाविद्यालय का उद्घाटन किया और इसका नामकरण पंडित नेहरू जी के नाम पर किया गया। इसके पूर्व चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज के भवन में संचालित किया जाता था।
पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय आज छत्तीसगढ़ प्रदेश का सबसे बड़ा और सबसे वरिष्ठ चिकित्सा महाविद्यालय है जहां से उत्तीर्ण होकर निकले चिकित्सक आज न केवल राज्य बल्कि देश के कोने-कोने में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां पर स्नातक (एमबीबीएस) और स्नातकोत्तर (एमडी, एमएस) की सबसे ज्यादा सीटें है। इनके अलावा बीएएसएलपी, एम. एस. सी. मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी, डीएमएलटी, बीएससी एवं एमएससी नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, डेंटल एवं डायलिसिस स्टूडेंट को भी यहां शिक्षित और प्रशिक्षित किया जाता है। इनके अलावा सुपरस्पेश्यलिटी के भी तीन पाठ्यक्रम एनएमसी के मानदंडों के अनुसार संचालित किए जा रहें हैं।
विदित हो कि विश्व पटल पर लोकतान्त्रिक गणतन्त्र के वास्तुकार एवं भारत रत्न प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। उनकी जयंती को बाल दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है।