नाबार्ड की योजना के नाम पर लिये चेक में हेराफेरी कर महिला शिक्षिका से ठगी के दो आरोपियों को कुनकुरी पुलिस ने ओडिसा से पकड़ा

August 27, 2021 Off By Samdarshi News

390 रूपये के चेक को 1 लाख 390 का बनाकर निकाल ली थी रकम

समदर्शी न्यूज कुनकुरी

खुदको नाबार्ड कर्मचारी बताकर प्रधान पाठिका से चेक के माध्यम से ठगी करने के दो फरार आरोपी को कुनकुरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वर्ष 2018 के मार्च माह में वारदात को अंजाम देने के बाद से दोनो आरोपी फरार थे जिनकी पतासाजी के लिये पुलिस का जांच दल एक बार मुंबई व दो बार ओड़िसा प्रांत का दौरा कर चुकि थी फिर भी आरोपियों का सुराग नही मिल पा रहा था। इस ठगी काण्ड में उपयोग किये गये बैंक खाता धारक महिला सुचित्रा राऊत से गहन पूछताछ में जानकारी मिली कि उसके खाता एवं एटीएम का उपयोग श्रीकांत मलिक उर्फ गोलाप मलिक उर्फ उदयनाथ होता द्वारा किया जाता है। महिला से मिले आरोपी श्रीकांत मलिक के मोबाईल नम्बर के आधार पर सायबर सेल जशपुर द्वारा की गई कार्यवाही से वारदात में शामिल दोनो आरोपियों श्रीकांत मलिक उर्फ गोलाप मलिक उर्फ उदयनाथ होता 37 वर्ष निवासी सोनपुर थाना एरसमा जिला जगतसिंहपुर आड़िसा एवं उल्लास लेईका उर्फ अमित मिश्रा 41 वर्ष निवासी ग्राम एरसोमा थाना एरसमा को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां से उन्हे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।

खुलासा करती पुलिस

इस प्रकरण के आरोपियों की गिरफ्तारी के विषय में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उनैजा खातून ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी कुनकुरी भास्कर शर्मा, थाना प्रभारी फरसाबहार प्रदीप सिदार, आरक्षक प्रमोद रौतिया, आरक्षक नीरज तिर्की, महिला आरक्षक अलिका पैंकरा, सायबर सेल प्रभारी नसीरूद्दीन अंसारी, आरक्षक अनील सिंह, आरक्षक सोनसाय भगत की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस अवसर पर नवपदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डे विशेष रूप से उपस्थित रही।

यह था मामला

प्रधान पाठिका सेलेस्तिना किण्डो पति स्वर्गीय जेरोम किण्डो निवासी ग्राम बेहराटोली कुनकुरी को आरोपियों द्वारा नाबार्ड संस्था की एक योजना के बारे में बताते हुए घर बाड़ी में बोरिंग कराने, तार घेरा लगाने के लिये संस्था द्वारा राशि दिये जाने की सुविधा से अवगत कराया गया. बोरिंग के लिये 27 हजार रूपये एवं रिबोरिंग के लिये 37 हजार रूपये खाते में उपलब्ध कराने का प्रलोभन देते हुए किसी सुमित्रा रावत के नाम पर 390 रूपये एवं 190 रूपये के पीएनबी बैंक के दो चेक शुल्क हेतु लिये गये थे. इनमें से एक चेक को 1 लाख 390 रूपये बनाकर राशि संबंधित खाते में ट्रांसफर करा ली गई. दुसरे चेक को भी 1 लाख 190 रूपये का बनाकर राशि खाते में ट्रांसफर कराने के दौरान प्रधान पाठिका सेलेस्तिना किण्डो को बैंक की ओर से वेरिफिकेशन के लिये फोन प्राप्त हुआ जिसमें पूछा गया कि आपके द्वारा यह चेक जारी किया गया है क्या. प्रधान पाठिका द्वारा इंकार किये जाने पर इस चेक का भुगतान बैंक द्वारा रोका गया और उन्हे दूसरे चेक की राशि अन्तरण को रूकवाने के लिये बैक की शाखा से सम्पर्क करने एवं पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करने के लिये कहा गया था। जिसके बाद ठगी की शिकार महिला द्वारा कुनकुरी थाने में मामला दर्ज कराया गया था।