सीआरसी में श्रवण बाधित बच्चों के लिए कोक्लीअर इम्पलांट मशीन से होने वाले लाभ और प्रबंधन से संबंधित ऑनलाइन वेबिनार का हुआ आयोजन

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समदर्शी न्यूज़ राजनांदगांव

समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगता सशक्तीकरण संस्थान के अधीन संचालित समेकित क्षेत्रीय केन्द्र राजनांदगांव द्वारा 27 अगस्त 2021 को श्रवण बाधित बच्चों के लिए कोक्लीअर इम्पलांट मशीन से होने वाली लाभ और प्रबंधन से संबंधित ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी द्वारा किया गया। निदेशक कुमार राजू ने विशिष्ट वक्ता के रूप में सभी प्रतिभागी को संबोधित किया। बेबिनार में विभिन्न राज्यों से अलग-अलग पुनर्वास से संबंधित प्रोफेसनल, मेडिकल कालेज राजनांदगांव के डॉक्टर, स्टाफ  एवं छात्र-छात्राएं कुल 130 प्रतिभागी शामिल हुए। इस वेबिनार में मुख्य वक्ता प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष कान, नाक, गला शासकीय मेडिकल कालेज राजनांदगांव डॉ. रघवेंद्रा सिंघ गौर ने बताया कि श्रवण बाधित बच्चों का जल्द से पहचान कर कोक्लीअर इम्पलांट करने से बच्चों को फिर से सुनने के लिए तैयार कर सकते है। इसके बाद फिर से सुनने और बोलने के लिए स्पीच थेरपी के माध्यम से बोलने के लिए सिखा सकते है, जिससे श्रवण बाधित बच्चे पूर्ण रूप से सामान्य बच्चों की तरह बोल सकते है । सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई भी कर सकते है। इस दौरान कोक्लीअर इम्पलांट के महत्व, इससे होने वाले लाभ की जानकारी दी गई। इस वेबिनार का संचालन सहायक प्राध्यापक राजेंद्र प्रवीण द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम को वाक् एवं श्रवण विभाग सीआरसी समन्वयक गजेंद्र कुमार साहू  द्वारा किया गया।

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