नियमित वजन एवं निगरानी के माध्यम से बच्चे के वजन में हुआ सकारात्मक परिवर्तन : अभिनीत एक्का कुपोषित से हुआ सुपोषित

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पर्यवेक्षक एवं ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा लगातार गृह भेंट कर पौष्टिक आहार खाने की दी गई समझाईश

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

जिला प्रशासन के द्वारा जिले में कुपोषण स्तर में कमी लाने हेतु सतत प्रयास किया जा रहा है। जिले के अधिक कुपोषण स्तर वाले पंचायतो में जनजागरूकता लाने के लिए कुपोषित बच्चों के गृह भेंट कर नियमित ऑगनबाड़ी भेजने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।

महिला बाल विकास विभाग की टीम द्वारा भी बच्चों के परिजनों को कुपोषण से होने वाले नुकसान के बारे में पूरी जानकारी देते हुए बच्चों को नियमित रूप से संतुलित आहार प्रदान करने एवं उन्हें नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्र भेजने की समझाईश दी जा रही है। जिससे बच्चों का उचित देखभाल हो सके एवं वे शीघ्र ही कुपोषण चक्र से बाहर निकल सके।

इसी कड़ी में एकीकृत बाल विकास परियोजना मनोरा अंतर्गत सेक्टर पटिया के ऑगनबाड़ी केंद्र सुरजूला-2 में अभिनीत एक्का, पिता श्री त्योफिल एक्का, माता श्रीमती मुक्तिलता एक्का को कुपोषित से सुपोषित किया गया है। अप्रैल 2022 की स्थिति में अभिनीत एक्का का वजन 7.00 कि. ग्रा. था। पर्यवेक्षक एवं ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा लगातार गृह भेंट के माध्यम से बच्चे की माता को स्वच्छता, पोषक तत्वों से युक्त आहार, स्थानीय भाजी जैसे मुनगा, मेंढक भाजी एवं फल, पपीता, अमरूद खिलाने की समझाईश दी। रेडी टू ईट को भी नियमित खिचड़ी घी आदि के साथ बच्चे को सेवन कराने हेतु प्रेरित किया गया। बच्चे को बाल संदर्भ योजना का भी लाभ दिलाया गया है। नियमित साप्ताहिक वजन एवं वृद्धि निगरानी के माध्यम से बच्चे के वजन में सकारात्मक परिवर्तन पाया गया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अरूण पाण्डेय के मार्गदर्शन व निगरानी और परियोजना अधिकारी पर्यवेक्षक एवं कार्यकर्ता के अथक प्रयास तथा परिवार की लगन से अभिनीत का वजन धीरे-धीरे बढ़ गया। वर्तमान में अभिनीत सामान्य श्रेणी में है।

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