करणी सेना परिवार द्वारा भव्य चैत्र छठ महापर्व का आयोजन संपन्न : भजन गायक अमर रघुवंशी एवं गायिका अंकिता दुबे तथा रायपुर के भजन सम्राट लल्लु महाराज व छत्तीसगढ़ी भजन गायक रवि गोस्वामी ने अपने सुमधुर स्वर में छठी माई के भजनों से श्रद्धालुओं को किया मंत्रमुग्ध !

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व्यास तालाब के समीप करणी सेना परिवार द्वारा महा भण्डारे का किया गया आयोजन

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : करणी सेना परिवार छत्तीसगढ़ एवं उत्तर भारत छठ पूजा समिति के तत्वाधान में करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में व्यास तालाब, बीरगांव, रायपुर में आयोजित 27 एवं 28 मार्च 2023 को चैत्र नवरात्रि के पावन दिनों में मनाए जाने वाले चैत्र छठ महापर्व का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस आयोजन का शुभारंभ 27 मार्च की संध्या 5:00 बजे से हुआ, जिसमें मुम्बई से पधारे सुमधुर भजन गायक अमर रघुवंशी एवं गायिका अंकिता दुबे तथा रायपुर के भजन सम्राट लल्लु महाराज व छत्तीसगढ़ी भजन गायक रवि गोस्वामी ने अपने सुमधुर स्वर में छठी माई के भजनों से वहाँ पधारे समस्त श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया।

इस अवसर पर व्यास तालाब के घाट पर छठी मैया की महाआरती भी संपन्न हुई जिसमें श्रद्धापूर्वक श्रद्धालुओं द्वारा दीप दान किया गया। महोत्सव के अगले चरण में दिनांक 28 मार्च को प्रातः 9:00 बजे से व्यास तालाब के समीप करणी सेना परिवार द्वारा महा भण्डारे का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह तोमर, राजपुरोहित पंडित रंजीतानन्द, प्रदेश संगठन मंत्री मनोरंजन सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, युवा प्रदेश उपाध्यक्ष राणा आनंद सिंह एवं अनेकों पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा प्रसादी का वितरण किया गया। सैकड़ों की संख्या में आस्थावान श्रद्धालुओं ने माता रानी का पुण्य प्रसाद प्राप्त किया।

ज्ञात हो कि गत वर्ष भी अक्टूबर 2022 में श्री वीरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा व्यास तालाब, बीरगाँव में भव्य छठ महापर्व का आयोजन किया गया था तथा प्रत्येक महीने की पूर्णिमा के अवसर पर उनके द्वारा महादेव घाट रायपुर में खारुन गंगा मैया एवं हटकेश्वर महादेव की महाआरती भी आयोजित की जाती है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है। श्री तोमर का मानना है कि ऐसे आयोजन समाज में न सिर्फ़ सनातनी चेतना के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं वरन् हिन्दू समाज को एकत्रित करने की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं।

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