टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए मजबूती से कार्य करने की जरूरत – कलेक्टर ने ली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक

टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए मजबूती से कार्य करने की जरूरत – कलेक्टर ने ली जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक

April 6, 2023 Off By Samdarshi News

– टीबी मुक्त जिला बनाने कलेक्टर ने लिया संकल्प, बनाया मेगा प्लान

– संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 की होगी रैंडम जांच, उल्लंघन पर होगी कड़ी कार्रवाई

– माइक्रोस्कोप विहीन हेल्थ सेंटर में लगाया जाएगा माइक्रोस्कोप

– दिव्यांगों की पहचान और कल्याण के लिए लगेगा विशेष शिविर

– सीजीएमएससी द्वारा निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी व्यक्त की

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव

कलेक्टर डोमन सिंह ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के कामकाज और जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित करने के संबंध में गहन समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ संकल्प लेते हुए कहा कि जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अनेक कारगर पहल की जा रही है। इस दिशा में कलेक्टर ने आज बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि जिले को टीबी मुक्त जिला बनाने की दिशा में मजबूती से कार्य करने की जरूरत है। कलेक्टर ने संकल्प लेते हुए कहा कि जिले को हर हाल में टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए हरसंभव कदम उठाया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के साथ ही समाजसेवी संस्थाओं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापारीगणों की सहभागिता और समन्वित प्रयास से अब जिले को पूर्ण रूप से टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए विशेष रणनीति के साथ कार्य योजना निर्धारित की गई। कलेक्टर ने संकल्प दोहराते हुए इस दिशा में सभी को समन्वित प्रयास करते हुए टीबी मुक्त जिला बनाने कहा है।

कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 की जानकारी ली। कलेक्टर ने इन दोनों सेवाओं को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि जिले में जितने भी वाहन उपलब्ध हंै। सभी की आकस्मिक फिटनेस चेकिंग होगी। इसके लिए उन्होंने सभी ब्लॉक के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी और प्रभारी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 1 सप्ताह के भीतर सभी वाहन फिटनेस चेकिंग हेतु जिला परिवहन कार्यालय में उपस्थित रहें। कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा कि इसके लिए सभी संबंधित प्रभारी अधिकारी राज्य द्वारा निर्देशित कार्य योजना का पालन गंभीरतापूर्वक करें। कलेक्टर ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि निर्धारित एमओयू का उल्लंघन करने वाले प्रभारी अधिकारी के खिलाफ पुलिस में एफआईआर करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध माइक्रोस्कोप की जानकारी ली। 5 स्वास्थ्य केंद्रों में माइक्रोस्कोप की आवश्यकता पर उन्होंने डीएमएफ फंड से शीघ्र खरीदी की स्वीकृति दी है। कलेक्टर ने दिव्यांगजनों के लिए समाज कल्याण विभाग की सहभागिता से शिविर लगाने के निर्देश दिए। शिविर में दिव्यांगजनों का चिन्हांकन कर आवश्यक उपकरण और उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। कलेक्टर ने सीजीएमएससी  निर्माण एजेंसी के माध्यम से जिले में निर्माणाधीन कार्यों की जानकारी ली। इनके द्वारा कार्य में उदासीनता पर उन्होंने गहरी नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने सीजीएमएससी के प्रभारी अधिकारी से कहा कि वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं। मुख्यालय से कार्यों का मूल्यांकन करने की प्रवृत्ति को छोड़कर सभी निर्माण कार्यों का मूल्यांकन करने फिल्ड पर जाने और शीघ्र ही पूर्ण कराने निर्देशित किया। ऐसा नहीं करने पर शीघ्र ही इनके खिलाफ राज्य सरकार को अवगत कराते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को मजबूती के साथ सुदृढ़ बनाने की दिशा में अनेक कार्य योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि तंबाकू नियंत्रण पर प्रभावी कार्रवाई अनवरत जारी रखें। इसी प्रकार उन्होंने अंधत्व निवारण पर सतत कार्रवाई जारी रखने कहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिमाह मोतियाबिंद के मरीजों का चिन्हांकन और ऑपरेशन व उपचार सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में और प्रगति लाएं। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने में बचे शेष लोगों की सूची दो दिवस के भीतर उपलब्ध कराने कहा है। कुपोषण मुक्ति की दिशा में इस श्रेणी में शामिल बच्चों का पोषण पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से सतत निगरानी रखते हुए उपचार सुनिश्चित करने कहा है। इस श्रेणी में शामिल बच्चों का प्रति माह वजन लेकर स्वास्थ्य परीक्षण और निगरानी रखने कहा है। कलेक्टर ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए कहा कि ब्रेस्ट कैंसर से पीडि़त महिलाओं का चिन्हांकन व उनके उपचार की व्यवस्था सहृदयता के साथ करें। कलेक्टर ने यह भी कहा कि ऐसे महिलाओं की पहचान सार्वजनिक ना करें। उपचार की व्यवस्था के दौरान पीडि़त महिलाओं के स्वाभिमान का ध्यान रखते हुए उपचार करने कहा। बैठक में कलेक्टर ने सी-मार्ट के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्रों के लिए सामान की खरीदारी करने, धनवंतरी मेडिकल स्टोर्स से दवाइयों का क्रय करने, स्वास्थ्य केंद्रों में रनिंग वाटर की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा है। इस अवसर पर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके बसोड़, डीपीएम सुश्री भूमिका वर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।