पशुओं की अवैध तस्करी करने वाले दो आरोपियों को शिवरीनारायण पुलिस ने पहुँचाया सलाखों के पीछे, आरोपियों के कब्जे से 45 नग बैल एवं एक कंटेनर वाहन किया गया जप्त.
April 26, 2023आरोपियों के विरुद्ध धारा 4,6 छ.ग. कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम, 11(घ) पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत की गई कार्यवाही
आरोपियों के कब्जे से 45 नग बैल कीमत 2,25,000/- रुपये एवं कंटेनर वाहन कीमत 10 लाख रुपये कुल कीमत 12,25,000 रुपया किया गया जप्त
समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जांजगीर-चाम्पा
जांजगीर-चाम्पा : दिनांक 24 अप्रैल 2023 को थाना शिवरीनारायण में मुखबीर से सूचना मिली थी कि एक कंटेनर वाहन क्रमांक एमएच 12 पीक्यू 1335 के वाहन चालक एवं उसका साथी अपने वाहन में मवेशियों को ठूंस-ठूंस कर भरे है एवं पशुओं की अवैध तस्करी करते हुए पशुओं को बाजार में खपाने के लिऐ हैदराबाद ले जा रहे हैं। जिन्हें ग्राम धरदेई शिवरीनारायण मेन रोड में सन्तोषी मंदिर के पास गाँव वालों एवं राहगीरों द्वारा रोका गया। जिस पर शिवरीनारायण स्टाफ तत्काल ग्राम धरदेई पहुँचा, जहाँ मौके पर गवाहों के समक्ष वाहन क्रमांक एमएच 12 पीक्यू 1335 के चालक मोहन बीडी दयानंद बीडी उम्र 25 वर्ष ग्राम बिदरे केमबालु आसन चन्नारायापटना कर्नाटक एवं साथी रविराज सीआर पिता राजाशेखर सीआर उम्र 25 वर्ष ग्राम बिदरे केमबालु आसन चन्नारायापटना कर्नाटक के कब्जे से उनके वाहन कंटेनर से 45 नग बैल प्रति नग कीमत 5000/- रुपये कुल कीमती 2,25,000/- एवं वाहन क्रमांक एमएच 12 पीक्यू 1335 कीमती 10,00,000/- रुपये कुल कीमत 12,25,000/- रुपये जप्त किया गया।
जिस पर आरोपियों के आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 177/ 23 धारा 4,6 छ.ग. कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम, 11(घ) पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुये, आरोपी 01 मोहन बी डी पिता दयानन्द बीडी उम्र 25 वर्ष एवं 02 रविराजा सीआर पिता राजाशेखर सीआर उम्र 25 वर्ष दोनों साकिनान बिदरे केमबालु आसन चन्नारायापटना कर्नाटक को विधिवत गिरफ्तार कर दिनाक 25 अप्रैल 2023 को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल किया गया।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी शिवरीनारायण निरीक्षक विवेक कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक विजय कुमार के, प्रधान आरक्षक शिवनंदन जलतारे, प्रधान आरक्षक रुद्रनारायण कश्यप, आरक्षक अर्जुन यादव, आरक्षक श्रीकांत सिंह, आरक्षक तेरस राम साहू, आरक्षक प्रवीण साहू, आरक्षक द्वारिका प्रसाद साहू, आरक्षक लक्ष्मीकांत लहरे, आरक्षक लीलाराम साहू एवं आरक्षक महेन्द्र राज का योगदान सराहनीय रहा।