शराब घोटाले के विरोध में आयोजित भाजपा के महाधरना में सम्मिलित हुए पूर्व मुख्यमंत्री : भूपेश बघेल को अब मुख्यमंत्री पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं – पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह

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भ्रष्टाचार का इससे बड़ा प्रमाण नहीं मिलेगा कि सरकार खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है.

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्टीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज राजनांदगांव जिले में आयोजित महाधरना प्रदर्शन में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार पर जमकर निशाना साधा।

पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भ्रष्टाचार का ईडी ने जो प्रमाण सहित न्यायालय में दस्तावेज प्रस्तुत किया, उसके आधार पर 2020-21 से 2021-22 तक दो हजार करोड़ से ज्यादा के घोटाले का साक्ष्य प्रमाण सहित ईडी ने ज़ब्त किया है।

साथ ही उन्होंने अवैध शराब को लेकर भी प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार 30% से 40% शराब अवैध रूप से बेच रही है, बिना होलो, वेट और एक्साइज ड्यूटी के सरकारी दुकान में पीसीएम के नाम से दो हज़ार करोड़ रूपए कलेक्ट किया। भ्रष्टाचार का इससे बड़ा प्रमाण नहीं मिलेगा कि सरकार खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है।

इसके आलावा उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने सन 2017 में अवैध शराब को रोकने की पॉलिसी बनाई जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सन 2019 में बदलकर अवैध शराब के धंधे के रास्ते खोल दिए।

कोयले में 25 रुपये प्रति टन की दलाली और चावल में 5000 करोड़ रुपये के घोटाले से लेकर 2000 करोड़ के शराब घोटाले तक ये सभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भ्रष्टाचार की श्रंखला है।

इतने घोटालों के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब मुख्यमंत्री पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।

इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री ने चावल घोटाले पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश की गरीब जनता के लिए केंद्र से आए चावल में जो बड़ा घोटाला हुआ उसे हमने विधानसभा में उठाया और केंद्र से इसकी जाँच का अनुरोध किया, जिसके बाद चार सदस्यों की टीम राशन दुकानों में जाकर देख रही है की किस प्रकार हितग्राहियों के चावल में लूट मचाया गया है।

इसके साथ ही कांग्रेस विधायक छन्नी साहू को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली सरकार के भ्रष्टाचार से त्रस्त होकर कांग्रेस की ही महिला विधायक छन्नी साहू को मंगल-सूत्र आरटीओ दफ़्तर के टेबल पर रखना पड़ा और इससे अधिक शर्म की बात इस सरकार के लिए कुछ नहीं हो सकती।

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