गोठानों में घोटाला भाजपा का दिमाकी फितूर, गोठान के खिलाफ झूठे दुष्प्रचार का गांव के लोगों ने विरोध किया, 15 सालों तक गोशाला के नाम पर अनुदान खाने वालों को गोठान बर्दाश्त नहीं हो रहा – मोहन मरकाम

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

गोढ़ी गांव के गोठान जाकर भाजपा ने नया राजनैतिक नौटंकी करने की कोशिश किया। जिसका गोढ़ी की प्रबुद्ध जनता ने कड़ा विरोध किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि 15 सालों तक गोशाला के नाम पर अनुदान खाने वालों को गोठान बर्दाश्त नहीं हो रहा। भाजपा के दुष्प्रचार का विरोध करके जनता ने साबित कर दिया कि नकारात्मक राजनीति करने वालों को जनता का समर्थन कभी नहीं मिल सकता है। छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है। उसके पास जनतिह के मामले उठाने को कुछ बचा नहीं है ऐसे में भाजपा के नेता मीडिया की सुर्खियां बटोरने के लिये काल्पनिक और झूठे आरोपों के आधार पर राजनीति करना चाहते है। जिसको जनता स्वीकार नहीं कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि गोठान समितियों में भ्रष्टाचार भाजपा का दिमाकी फितूर है। प्रदेश में 9790 गोठानों का निर्माण पूरा हो गया भाजपा को सभी गोठानों में जाकर अध्ययन करना चाहिये। सभी गोठानों में पानी शेड, चारे की व्यवस्था की गयी है, गोठानों में गांव के लोग ही पैरा दान करते है। प्रदेश भर के गोठानों में पानी की टंकी, शेड आदि पर हुये कुल अलग-अलग खर्चों की राशि को घोटाला बता कर भाजपाई सनसनी फैलाना चाहते थे लेकिन उनका झूठ बेनकाब हो गया। इन गोठानों का संचालन देखरेख गांव के ही लोग करते है, इसके निर्माण से लेकर रख रखाव में गोठान समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसमें भ्रष्टाचार के आरोप भाजपा नेताओं की गलत बयानी के अलावा कुछ नहीं है। 15 साल तक राज्य में गोशाला चलाकर गायों के नाम पर करोड़ों का घपला करने वाले भाजपाईयों को सपने में भी घोटाला ही नजर आता है। इसीलिये गोठानों में उनको गड़बड़ी नजर आ रही है। जनता भूली नहीं है कैसे भाजपा के नेता गोशाला चलाने के नाम पर गायों की चमड़े का व्यापार करते थे, गायों को भूखी मारते थे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि गोढ़ी में हुये जनविरोध के बाद भी यदि भाजपा के नेता झूठ और फरेब की राजनीति को बंद नहीं किये तो आने वाले चुनाव में जनता भाजपा को दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंचने देगी। गोठान जनता के लिये जनता का जनता के द्वारा चलायी जाने वाली योजना है। भाजपा ने इसमें घोटाले का झूठा आरोप लगाया इसलिये जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। गोठान में राज्य सरकार अभिभावक की भूमिका में रहता है प्रारंभिक संरचना विकसित करने के बाद गोठानों का संचालन उसी गांव की गोठान समितियां जिसमें गांव के लोग ही शामिल रहते है, संचालित करते हैं, गांव के ही महिलाओं की स्व सहायता समूह की महिलायें गोठानों की अन्य उत्पादक गतिविधियां को संचालित करती है। भाजपा गोठान जैसी जनोन्मुखी योजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर भाजपा अपने मानसिक दिवालियेपन को प्रदर्शित कर रही है।

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