गोठानों में नियमित रूप से आजीविका मूलक गतविधियों का संचालन सुनिश्चित करें : डॉ कमलप्रीत सिंह

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कृषि उत्पादन आयुक्त ने ली कृषि एवं संबद्ध विभागों की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जगदलपुर, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ कमलप्रीत सिंह ने नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजनातंर्गत निर्मित किए गए सभी गोठानों में नियमित रूप से आजीविका मूलक गतविधियों का संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिससे की गोठान पशुधन की सुरक्षा एवं संवर्धन के साथ-साथ ग्रामीणों के आय सृजन का केंद्र भी बन सके। कृषि उत्पादन आयुक्त डाॅ कमलप्रीत सिंह आज कलेक्ट्रोरेट जगदलपुर के प्रेरणा कक्ष में आयोजित कृषि एवं संबद विभागों की समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारियों को उक्ताशय के निर्देश दिए हैं। बैठक में उन्होंने कृषि एवं संबद्व विभाग के कार्यों की जिलेवार समीक्षा की। इस अवसर पर संभाग आयुक्त बस्तर श्री जीआर चुरेंद्र, विशेष सचिव कृषि एवं सुराजी योजना के नोडल अधिकारी डॉ. एस भारती दासन, संचालक कृषि यशवंत कुमार, कलेक्टर रजत बंसल, संचालक उद्यानिकी माते सोरेन सहित जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चैधरी, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का तथा कृषि एवं संबद्ध विभागों के संभाग व जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त ने गोठानों में नियमित रूप से आजीविका मूलक गतविधियों के संचालन के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के मार्गदर्शन में योजना बनाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। डाॅ सिंह ने गोठानों में वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन एवं बिक्री की स्थिति की भी जिलेवार समीक्षा की। उन्होंने निर्धारित लक्ष्य के अनुसार गोठानों में निर्मित किए गए वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए। बैठक में उन्होंने रबी वर्ष 2021-22 में बीज मांग, उपलब्धता, भंडारण एवं वितरण की समीक्षा के साथ-साथ रबी फसलों के क्षेत्राच्छादन, फसल स्थिति, अंतरवर्तीय फसलों का क्षेत्राच्छादन की स्थिति की भी समीक्षा की। इसके अलावा उन्होंने गोठानों में बीज उत्पादन, प्रदर्शन, मिनिकिट वितरण, चारा उत्पादन की प्रगति एवं पैरादान की व्यवस्थाओं की जिलेवार समीक्षा की।

बैठक में डाॅ. सिंह ने धान के बदले, दलहन, तिलहन, लघु धान्य फसल एवं अन्य वैकल्पिक फसलों की जानकारी के साथ-साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत पंजीयन एवं सत्यापन की जानकारी एवं ग्रीष्मकालीन धान के बदले अन्य लाभकारी फसल रागी लगाने एवं उतेरा फसलों की प्रगति की समीक्षा की। इसके अलावा कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मछली पालन विभाग के प्रमुख विभागीय फ्लैगशिप योजनाओं तथा कृषि उत्पादन संगठन की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त ने एकीकृत जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम के लंबित कार्यो तथा अन्य विभागीय गतिविधियों की भी विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र ने बैठक में उपस्थित राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बैठक में दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने हेतु संभाग एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश भी दिए।

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