अपना हिस्सा न देकर प्रदेश के गरीबो का 11 हज़ार करोड़ नुकसान करवाने चिठी बाज़ केवल चिट्ठी लिखने का नाटक ही कर सकते है : भाजपा
November 25, 2021अपने प्रदेश के हर वर्ग के लोगो का हक मारकर चिट्ठी की राजनीति करना कांग्रेस द्वारा बेशर्मी की पराकाष्ठा : अजय चंद्राकर
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा ने कि प्रदेश के चिट्ठीबाज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर कोरोना संक्रमण से मृतकों को चार लाख रुपए मुआवजा देने की मांग करके यह साबित कर दिया है कि प्रदेश सरकार में अपने दम पर कोई भी काम करने का माद्दा है ही नहीं। श्री चंद्राकर ने कहा कि अपने तीन साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री बघेल अपने बूते कोई काम नहीं कर पाए हैं। प्रदेश की जनता को जो भी राहत मिली केंद्र सरकार के सहयोग से मिली और इसके बावजूद प्रदेश सरकार और कांग्रेस ने केंद्र सरकार को सिर्फ कोसने का ही काम किया।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा कि पूरे कोरोना काल में गरीबों-मजदूरों को मुफ्त राशन केंद्र सरकार ने दिया और अब इसकी मियाद चार माह के लिए फिर बढ़ा दी गई है। सन् 2019-20 में 34 हजार करोड़ रुपए, सन् 2020-21 में 38हजार करोड़ रुपए प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार ने दिए हैं। और चालू वर्ष 2021-22 के लिए प्रदेश को 44 हजार करोड़ मिलना अपेक्षित है। श्री चंद्राकर ने कहा कि केंद्र सरकार तो प्रदेश को भरपूर राशि मुहैया करा रही है और शर्म की बात यह है कि प्रदेश सरकार केंद्र की योजना के लिए राज्यांश तक नहीं दे पा रही है और इसके कारण प्रदेश की जनता को केंद्र की योजनाओं के सीधे लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार की बदनीयती का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है। श्री चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए राज्यांश नहीं देने के कारण प्रदेश के गरीबों के लिए निर्धारित 7.81 लाख आवास का लक्ष्य केंद्र सरकार को वापस लेना पड़ा और गरीबों को आवास के लगभग 11हजार करोड़ का रुपयों का प्रदेश सरकार की लापरवाही और बदनीयती से नुकसान हो गया। प्रदेश में केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत तीन मेडिकल कॉलेजों का नहीं खुल पाना प्रदेश सरकार के निकम्मेपन का प्रमाण है।
राज्यांश देने के नाम पर लगातार फिसड्डी साबित हो रहे मुख्यमंत्री बघेल बताएं कि क्या प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को 70 सीटें केंद्र से सिर्फ चिट्ठीबाजी के लिए दी है? अपने दम पर, अपने संसाधनों से तीन साल में इस सरकार ने एक भी काम क्यों नहीं किया? प्रदेश को कंगाल बना कर रख छोड़ने वाले मुख्यमंत्री बघेल हर बात के लिए क्यों चिट्ठियां लिखते रहते हैं? श्री चंद्राकर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के राजनीतिक स्वार्थ साधने और सोनिया-प्रियंका-राहुल के प्रति स्वामीभक्ति दिखाने के लिए प्रदेश के खजाने को अपनी पैतृक संपदा मानकर लुटाते समय मुख्यमंत्री को हिचक नहीं होती और केंद्र की योजनाओं का लाभ प्रदेश की जनता को देने के लिए राज्यांश देने में उनके हाथ-पांव फुलने लगते हैं, पैसों का रोना-धोना मचाते हैं। आखिर प्रदेश सरकार अपनी नीतियों के चलते प्रदेश की जनता से किस बात का बदला ले रही है?